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न्यूयॉर्क मरीज एरोन जेम्स की फेस सर्जरी के दौरान पूरी आंख बदली गई।
दुनिया में पहली बार आई ट्रांसप्लांट किया गया है। BBC के मुताबिक अमेरिका के न्यूयॉर्क में डॉक्टर्स की टीम ने पहली बार फेस सर्जरी के दौरान किसी इंसान की पूरी आंख को बदल दिया।
ऑपरेशन करीब 21 घंटे चला। करीब 140 डॉक्टरों ने मिलकर यह सर्जरी की। डॉक्टर्स अब तक सिर्फ कॉर्निया (आंख की अगली परत) ट्रांसप्लांट ही करते आए हैं।
आई ट्रांस्प्लांट को बहुत बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, लेकिन अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि मरीज की आंख की रोशनी वापस आएगी या नहीं।

तस्वीर आई ट्रांसप्लांट करवाने वाले एरोन जेम्स (बाएं) और डॉ. एडुआर्डो रोड्रिग्ज की है।
ट्रांसप्लांट की गई आंख हेल्दी : डॉक्टर्स
NYU लैंगोन हेल्थ की सर्जिकल टीम को लीड कर रहे डॉ. एडुआर्डो रोड्रिग्ज ने कहा- ट्रांसप्लांट की गई आंख हेल्दी है। रेटिना- आंख का वो हिस्सा जो दिमाग को इमेज भेजता है, तक ब्लड फ्लो हो रहा है। ये पॉजिटव साइन है। सर्जरी के 6 महीनों में ट्रांसप्लांट की गई आंख की अच्छी तरह से काम करने की उम्मीद है। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा कि मरीज देख पाएगा या नहीं।

डॉ. एडुआर्डो के साथ एरोन जेम्स की ये तस्वीर सर्जरी से पहले की है।

डॉ. एडुआर्डो और एरोन जेम्स की ये तस्वीर सर्जरी के दौरान की है। डॉक्टर चेहरे के बदले जाने वाले हिस्से को मार्क कर रहे हैं।
फेस सर्जरी के दौरान ही हुआ आई ट्रांस्प्लांट
मरीज का नाम एरोन जेम्स है। वो 2021 में हाई वोल्टेज लाइन के करंट की चपेट में आ गए थे। इससे उनके चेहरे का बायां हिस्सा, नाक, मुंह और बाईं आंख बुरी तरह प्रभावित हो गई थी।
डॉक्टर्स ने कहा- जेम्स को 7200 वोल्ट का झटका लगा था। कड़ी मशक्कत के बाद फेस सर्जरी हुई और उनका आधा चेहरा बदला गया। इसी दौरान बाईं आंख भी बदली गई। BBC के मुताबिक 30 साल के शख्स ने जेम्स को चेहरा-आंख दान किया।

ये सर्जरी के बाद की तस्वीर है। एरोन जेम्स अपने बदले हुए चेहरे को देख रहे हैं।
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