नई दिल्ली3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
अब टेस्ला की सभी कारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स बनाएगी। अमेरिकी इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरर टेस्ला ने इसके लिए टाटा के साथ स्ट्रैटेजिक डील साइन किया है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस डील के तहत टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स टेस्ला के ग्लोबल सप्लाई के लिए चिप मैन्युफैक्चर करेगी।
यह डील ऐसे समय में हुई है जब टेस्ला के मालिक एलन मस्क भारत आने वाले हैं। मस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मस्क 22 से 27 अप्रैल के बीच भारत आ सकते हैं।
इस दौरान टेस्ला के मालिक भारत में कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का ऐलान कर सकते हैं। मस्क ने X पोस्ट में लिखा- पीएम मोदी से मुलाकात का इंतजार है। उनकी यह पहली भारत यात्रा होगी। इससे पहले मस्क दो बार पीएम मोदी से मुलाकात कर चुके हैं।
कार मैन्युफैक्चरिंग और बैटरी स्टोरेज प्लांट लगाना चाहती है टेस्ला
- 3 अप्रैल को ब्रिटेन के फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया था कि टेस्ला इस महीने भारत में एक टीम भेजेगी, जो देश में 2 से 3 बिलियन डॉलर (₹16 हजार करोड़ से ₹25 हजार करोड़) के इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए जगह की तलाश करेगी।
- रिपोर्ट में बताया गया था कि इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए टीम का फोकस महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे ऑटोमोटिव हब वाले राज्यों पर होगा। इसकी वजह इन राज्यों के पोर्ट (बंदरगाह) हैं, जहां से कारों का एक्सपोर्ट आसान होगा।
- टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक कार के साथ बैटरी स्टोरेज सिस्टम भी बनाना और बेचना चाहती है। कंपनी ने इसके लिए भारतीय अधिकारियों के पास एक प्रपोजल दिया था।
भारत में 2-3 बिलियन डॉलर का निवेश करेंगे मस्क
CNBC-TV18 ने बताया कि एलन मस्क भारत में 2-3 बिलियन डॉलर का निवेश करने के प्लान की घोषणा करेंगे। टेस्ला न केवल भारत के लिए कारों की मैन्युफैक्चरिंग करना चाहती है, बल्कि यहां से उन्हें ग्लोबल मार्केट में एक्सपोर्ट भी करना चाहती है।
इसके अलावा मस्क भारत में जल्द ही सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज भी शुरू कर सकते हैं। CNBC-TV18 ने बताया कि स्टारलिंक के लिए रेगुलेटरी अप्रूवल्स फाइनल स्टेज में है और कंपनी को जल्द ही लाइसेंस मिलने की उम्मीद है।
सरकार की नई EV पॉलिसी से टेस्ला की एंट्री आसान हुई
एक महीने पहले भारत सरकार ने EV पॉलिसी में बदलाव किया था। नई पॉलिसी के अनुसार, कुछ मॉडल्स के इंपोर्ट पर इंपोर्ट ड्यूटी 100% से घटाकर 15% कर दिया गया था। इसके लिए निवेशकों को कम से कम 50 मिलियन डॉलर (करीब ₹4,172 करोड़) निवेश करना होगा। सरकार के इस नई पॉलिसी से लंबे समय से भारत में आने का रास्ता तलाश रही अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क की EV कंपनी टेस्ला के लिए भारत में एंट्री आसान हो गई।
सबसे सस्ती गाड़ी मॉडल 3 की कीमत अमेरिका में 40,000 डॉलर
टेस्ला की सबसे सस्ती गाड़ी मॉडल 3 की कीमत अमेरिका में 40,000 डॉलर है। एक बार चार्ज करने पर 263 किलोमीटर तक जा सकती है। इसमें पांच लोगों के बैठने की जगह है। टॉप स्पीड 140 किलोमीटर प्रति घंटा है। 5.3 सेकेंड में 60 मील प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।
मॉडल Y सात सीट वाली गाड़ी है। इसकी कीमत अमेरिका में 54,000 डॉलर है। यह एक बार चार्ज होने पर 326 किलोमीटर तक जा सकती है। इसकी टॉप स्पीड 135 किलोमीटर प्रति घंटा है। 4.8 सेकेंड में 60 मील प्रति घंटे की स्पीड में आ सकती है।
यह खबर भी पढ़ें…
भारत में 48 घंटे रहेंगे एलन मस्क: देश में टेस्ला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट और स्टारलिंक सर्विसेज शुरू करने का ऐलान कर सकते हैं
इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क अपनी भारत यात्रा के दौरान देश में 48 घंटे यानी 2 दिन का समय बिताएंगे। CNBC-TV18 ने शुक्रवार (12 अप्रैल) को अपनी एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
[ad_2]
Source link