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रोबोटिक आर्म में गड़बड़ी के कारण हादसा हुआ।
साउथ कोरिया में रोबोट ने एक शख्स की जान ले ली। रोबोट डिब्बे और इंसान में फर्क नहीं कर सका।
साउथ कोरिया की न्यूज एजेंसी योनहाप के मुताबिक, हादसा रोबोटिक आर्म यानी यानी चीजों को पकड़ने के लिए हाथ जैसे उपकरण में आई गड़बड़ी के कारण हुआ।
इस रोबोटिक आर्म को डिब्बे उठाकर एक पैनल पर रखने थे, लेकिन इसने डिब्बे की जगह एक इंसान को पकड़ लिया।
रोबोट की टेस्टिंग के दौरान हुआ हादसा
योनहाप के मुताबिक यह हादसा तब हुआ, जब कर्मचारी रोबोट के सेंसर ऑपरेशन को चेक कर रहा था। इस दौरान रोबोटिक आर्म ने कर्मचारी को डिब्बा समझकर पकड़ लिया और ऑटोमैटिक पैनल की तरफ धकेल दिया। इससे कर्मचारी का चेहरा और छाती बुरी तरह कुचल गई। उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

रोबोटिक आर्म यानी यानी चीजों को पकड़ने के लिए हाथ जैसे उपकरण में आई गड़बड़ी के कारण साउथ कोरिया में एक शख्स की जान चली गई। (फाइल इमेज)
सेंसर में खराबी थी
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ट 6 नवंबर को होना था, लेकिन रोबोट के सेंसर में खराबी के कारण टेस्ट को दो दिन आगे बढ़ा दिया गया। जिसके बाद यह 8 नवंबर को हुआ। पुलिस ने अब रोबोट में खराबी की आने की बात कही है। पुलिस साइट के सेफ्टी मैनेजर्स के खिलाफ लापरवाही बरतने की जांच शुरू करने की तैयारी कर रही है।
रूस में रोबोट ने 7 साल के लड़के की उंगली तोड़ दी थी
पिछले साल रूस में हुए एक चेस टूर्नामेंट के दौरान रोबोट ने 7 साल के क्रिस्टोफर की उंगली तोड़ दी थी। इसका एक वीडियो आया था। इसमें देखा जा सकता है कि क्रिस्टोफर रोबोट के चाल चलने से पहले अपनी चाल चल रहे हैं। कुछ देर बाद ऐसा लगता है कि उनकी अपनी उंगली रोबोट के हाथ में फंस गई है। इतने में पास खड़े कुछ लोग लड़के की उंगली को रोबोट से छुड़ाने का प्रयास करते हैं।

रशियन चेस एसोसिएशन के वाइस प्रसिडेंट सर्गेई स्मागिन ने न्यूज वीक को बताया था कि रोबोट ने लड़के की उंगली तोड़ी। वह लड़का तय समय से अपने अपनी चाल बदलने लगा। तब रोबोट के चाल चलने की बारी थी। उन्होंने कहा कि ऐसा बहुत कम मौकों पर होता है मेरी याद में ऐसा पहली बार हुआ है।
क्रिस्टोफर अंडर-9 में मास्को के 30 सबसे मजबूत चेस खिलाड़ियों में से एक हैं। इस घटना के बाद उनकी उंगली टूट गई और उसमें कई सारी खरोंच आईं।
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ई-रिस्क एक हमेशा चलने और लगातार डेवलप होने वाला कॉन्सेप्ट है, जो कि सोशल वैल्यू, टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट और साइंटिफिक डिस्कवरीज को लेकर सेंसिटिव हैं। उदाहरण के लिए डिजिटल वर्ल्ड से पहले किसी भी व्यक्ति की पर्सनल डिटेल्स को शेयर करना कम जोखिम भरा था। वहीं आज, साइबर अटैक और डेटा ब्रीच के वर्ल्ड में ये खतरे से भरा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) खतरे का एक खतरनाक और स्पष्ट उदाहरण है। पढ़ें पूरी खबर…
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