[ad_1]
- Hindi News
- Career
- Modi Government; Schools, Colleges Regional Language Digital Study MaterialModi Government; Schools, Colleges Regional Language Digital Study Materials
16 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

केंद्र सरकार ने देश के सभी स्कूलों और हायर एजुकेशनल इंस्टिट्यूटट्स को सभी कोर्सेज के लिए क्षेत्रीय भाषाओं में डिजिटल स्टडी मटेरियल तैयार करने का निर्देश दिया है। इसके लिए सरकार ने 3 सालों का समय दिया है। ये फैसला इसलिए लिया गया है ताकि स्टूडेंट्स अपनी क्षेत्रीय भाषा या मदर टंग में किसी भी स्ट्रीम से जुड़ा कोई भी कोर्स कर सकें।
UGC, AICTE, NCERT को तैयार करना होगा मटेरियल
केंद्र सरकार ने हायर एजुकेशन रेगुलेटरी बॉडीज जैसे – UGC (यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन), AICTE (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन), NIOS (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन लर्निंग), IGNOU और NCERT को स्टडी मटेरियल तैयार करने के लिए कहा है। वहीं, देश के प्रीमियर इंस्टीट्यूशंस जैसे – IITs, NITs और सेंट्रल यूनिवर्सिटीज को भी अगले 3 सालों में ये काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
एंट्री लेवल पर स्टूडेंट्स को मिलेगा क्षेत्रीय भाषा में पढ़ने का मौका
शिक्षा मंत्रालय ने इस बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि UGC, AICTE और स्कूल शिक्षा विभाग को प्रदेश स्तर पर भी स्कूलों और यूनिवर्सिटीज के लिए ये मटेरियल मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं।
ये फैसला नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP, 2020) को ध्यान में रखकर लिया गया है। NEP का मकसद है कि स्कूलों और यूनिवर्सिटीज में एंट्री लेवल पर ही स्टूडेंट्स के पास अपनी क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई जारी रखने का ऑप्शन हो। इससे देश में मल्टीलिंगयूलिज्म यानी बहुभाषिकता भी बढ़ेगी।
क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई से विकसित भारत का सपना पूरा होगा: शिक्षा मंत्रालय
शिक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि अपनी क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई करने से स्टूडेंट्स की सोचने-समझने की काबिलियत और इनोवेशन को बढ़ावा मिलता है। भारत की बहुभाषिकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। इससे देश का सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक विकास होगा।
ये कदम 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने यानी विकसित देशों की लिस्ट में शामिल करने के सपने को साकार करने में मदद करेगा।
हिंदी में ट्रांसलेट की जा रही हैं इंजीनियरिंग, मेडिकल की किताबें
शिक्षा मंत्रालय ने ये भी कहा कि इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, UG, PG और की किताबों को हिंदी में ट्रांसलेट करने का काम पिछले दो सालों से जारी है। इन कोर्सेज के हिंदी ट्रांसलेशन के लिए अनुवादिनी AI एप की मदद ली जा रही है। ये किताबें eKumbh पोर्टल पर मौजूद हैं।
स्कूल एजुकेशन सिस्टम की बात करें तो DIKSHA पोर्टल पर 30 से ज्यादा भारतीय भाषाओं में स्कूल लेवल का स्टडी मटेरियल मौजूद है। अब JEE, NEET, CUET जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं भी 13 से ज्यादा भाषाओं में ली जा रही हैं।
Source link