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Kept himself out of IIM placements; Did top level jobs in UK, Shanghai; Who is the first woman SEBI chief Madhabi? | EduCare न्यूज: IIM प्लेसमेंट्स से खुद को बाहर रखा; यूके, शंघाई में टॉप लेवल जॉब कीं; कौन हैं पहली महिला SEBI प्रमुख माधबी

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6 घंटे पहले

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माधबी पुरी बुच को हाल ही में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) का चेयरपर्सन बनाया गया। उन्होंने ऑर्गनाइजेशन को लीड करने वाली पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया। वे 1988 में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) अहमदाबाद से ग्रेजुएट हुई। इससे पहले उन्होने SEBI की पूर्व पूर्णकालिक सदस्य (WTM) के रूप में काम किया है।

प्लेसमेंट प्रॉसेस से बाहर निकलने वाली इकलौती फीमेल स्टूडेंट

साल 1988 में माधबी ने दूसरे सामान्य स्टूडेंट की तरह ही कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन को अपना नाम दिया। ताकि, उन्हें प्लेसमेंट सेल के सामने पेश होने का मौका मिले। लेकिन बाद में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया। माधबी इस संस्थान के प्लेसमेंट प्रॉसेस से बाहर निकलने वाली इकलौती फीमेल स्टूडेंट थीं।

हालांकि, जब माधबी ने IIM-A प्लेसमेंट से अपना नाम वापस लिया तो कॉलेज ने उन्हें शुभकामनाएं दी और उम्मीद जताई, कि उन्हें भविष्य में मनमुताबिक जॉब मिलेगी।

अप्रैल महीने में माधवी पुरी बुच को सेलिब्रेट किया जाएगा

IIM अहमदाबाद ने 31 मार्च को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक क्रिएटिव के जरिए लिखा कि इस महीने IIM अहमदाबाद आर्काइव स्पॉटलाइट 1988 सत्र की IIMA ग्रेजुएट माधवी पुरी बुच का जश्न मना रहा है, जिन्होंने नियमों को फिर से लिखा।

हमारे साथ काम करना प्याज छीलने जैसा

30 मार्च को IIMA के 59वें कॉन्वोकेशन में माधवी शामिल हुई। स्टूडेंट्स को एड्रेस करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं न केवल एक डिफिकल्ट बॉस हूं, बल्कि एक इंपॉसिबल सबऑर्डिनेट भी हूं। क्योंकि, मैं तब तक हार नहीं मानती, जब तक कि किसी समस्या का अंतिम स्तर तक समाधान नहीं हो जाता। हमारे कलीग (सहकर्मी) अक्सर मुझसे कहते हैं, कि मेरे साथ प्रॉब्लम-सॉल्विंग प्याज छीलने जैसा है। इस प्रक्रिया में हर कोई रो देता है। लेकिन, प्याज की परत दर परत छीलते हुए आपको अचानक एहसास होता है कि कोई प्रॉब्लम नहीं बची है।”

माधबी पुरी IIM अहमदाबाद के 59वें कॉन्वोकेशन में बतौर चीफगेस्ट में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई।

माधबी पुरी IIM अहमदाबाद के 59वें कॉन्वोकेशन में बतौर चीफगेस्ट में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई।

स्टीफंस कॉलेज से ग्रेजुएट हैं माधबी

माधबी पुरी बुच 1 मार्च, 2022 से भारत के बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की पहली महिला अध्यक्ष बनी। इन्होंने अजय त्यागी का स्थान लिया, जिनके पांच सालों का कार्यकाल समाप्त हुआ था।

माधबी ने सेंट स्टीफंस कॉलेज, नई दिल्ली से मैथ्स में ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद इन्होंने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद से MBA की डिग्री हासिल की। IIM-A से ग्रेजुएट होने के बाद, माधवी ने प्रोफेशनल असिस्टेंस फॉर डेवलपमेंट एक्शन (PRADAN) के साथ एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करना शुरू किया।

बाद में, वह फाइनेंस एनलिस्ट के रूप में ICICI बैंक में शामिल हो गईं और 1989 से 1992 तक वहां काम किया। इसके बाद 1993 से 1995 तक यूनाइटेड किंगडम के वेस्ट चेशायर कॉलेज में लेक्चरर के पद पर रहीं।

उन्होंने एक साल तक ORG-MARG के साथ मार्केट रिसर्च कंसल्टेंट के रूप में भी काम किया। साल 1997 से 2009 तक, उन्होंने ICICI बैंक में विभिन्न भूमिकाएं निभाईं और अंततः एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बनीं। इसके बाद उन्होंने 2009 से 2011 तक आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) के रूप में काम किया।

अगले तीन वर्षों तक, उन्होंने प्राइवेट इक्विटी फर्म ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल के सिंगापुर ऑफिस को लीड किया। 2016 में शंघाई में न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) में सलाहकार के रूप में काम किया।

माधबी ने 05 अप्रैल, 2017 और 04 अक्टूबर, 2021 के बीच सेबी की पूर्व पूर्णकालिक सदस्य (WTM) के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अजय त्यागी के साथ मिलकर काम किया है।

12 अप्रैल, 1992 को सेबी की स्थापना हुई थी

सेबी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम, 1992 के प्रावधानों के अनुसार 12 अप्रैल, 1992 को स्थापित एक वैधानिक निकाय (एक गैर-संवैधानिक निकाय जिसे संसद द्वारा स्थापित किया गया) है। सेबी का मूल काम प्रतिभूतियों में निवेशकों के हितों की रक्षा करना तथा प्रतिभूति बाजार को बढ़ावा देना एवं विनियमित करना है। सेबी का मुख्यालय मुंबई में है और साथ ही साथ क्षेत्रीय कार्यालय अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई और दिल्ली में हैं।

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