


तेल अवीव/हेग4 घंटे पहले
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गुरुवार को इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में इजराइल के खिलाफ सुनवाई के पहले कोर्ट के बाहर मौजूद इजराइल विरोधी प्रदर्शनकारी।
नीदरलैंड के शहर द हेग में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) में इजराइल के खिलाफ केस पर सुनवाई शुरू हो गई है। यह केस साउथ अफ्रीका ने दायर किया है और इसमें इजराइल के खिलाफ नरसंहार के आरोप लगाए गए हैं। 15 जजों की टीम सुनवाई कर रही है।
सुनवाई के पहले दिन साउथ अफ्रीका के वकीलों ने कोर्ट से कहा- सबसे जरूरी काम यह है कि इस जंग को फौरन रोका जाए। दूसरी तरफ, अमेरिका ने इस सुनवाई पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उसके विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मीडिया से बातचीत में यह जरूर साफ कर दिया कि इस मसले का हल यही है कि एक अलग फिलिस्तीन राष्ट्र बनाया जाए और इसके लिए दुनिया मदद करे।

इजराइल के खिलाफ नरसंहार केस में गुरुवार को पहली सुनवाई हुई।
कोर्ट से ऑर्डर जारी करने की मांग
- इस मामले की सुनवाई दो दिन चलेगी। पहले दिन दक्षिण अफ्रीकी वकीलों की टीम ने कहा- हम ICJ से अपील करते हैं कि वो सुनवाई के पहले हिस्से में ही इजराइल को यह आदेश दे कि वो फौरन गाजा पर हमले बंद करे और यह सीजफायर नहीं, बल्कि जंग खत्म होने की तरह किया जाए। वहां जो बेकसूर लोग मारे जा रहे हैं, उनको बचाना बेहद जरूरी है।
- इन वकीलों ने आगे कहा- इसमें कोई दो राय नहीं कि गाजा में जो कुछ हो रहा है वो इंसानियत के खिलाफ है और उसे नरसंहार के अलावा और कुछ नहीं कहा जा सकता। इसलिए इजराइल को वहां हमले बंद करने चाहिए। इसके लिए ICJ ऑर्डर जारी करे।
- साउथ अफ्रीका की दलीलों पर इजराइल की फॉरेन मिनिस्ट्री का बयान आया। इसके प्रवक्ता ने कहा- ये दोगुलापन और दोहरा रवैया है। अगर हमास लोगों को मारता है तो क्या वो नरसंहार नहीं है। उसने महिलाओं से रेप किया। 7 अक्टूबर 2023 को नरसंहार किया। इसके बारे में साउथ अफ्रीका चुप क्यों है।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि इजराइल और हमास जैसे मसले का हल यही है कि एक अलग फिलिस्तीन राष्ट्र बनाया जाए।
अमेरिका ने कहा- अमन का रास्ता निकालें
- अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजिप्ट के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी से मुलाकात की। इसके बाद मीडिया से कहा- हम चाहते हैं कि इस मसले का हल हमेशा के लिए निकाला जाना चाहिए। हम मानते हैं कि ईरान और उसके सहयोगी इस क्षेत्र को तबाही के रास्ते पर ले जा रहे हैं। हम इसे रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
- ब्लिंकन ने कहा- सबसे अच्छा तरीका है कि हम एक अलग फिलिस्तीन देश के बारे में विचार करें और इसके लिए दुनिया को मिलकर कोई रास्ता निकालना होगा। इसकी वजह यह है कि अगर हम ये नहीं कर पाते तो हमेशा के लिए यह मुद्दा बना रहेगा और इसी तरह जंग चलती रहेगी। लिहाजा, कोई स्थायी रास्ता निकालना ही विकल्प है।
- ब्लिंकन ने आगे कहा- अगर हम कोई परमानेंट सॉल्यूशन नहीं निकालते तो इसमें भी कोई दो राय नहीं कि ये आतंकवाद कभी बंद नहीं होगा और कुछ ताकतें इसका फायदा उठाती रहेंगी, क्योंकि उनके अपने हित हैं। अगर आप गौर से देखें तो हमास का साथ देने वाले में अब हूती और हिजबुल्लाह जैसे गुट भी शामिल हो चुके हैं और एक देश को इन तीनों का मुकाबला करना है।
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