








तेल अवीवकुछ ही क्षण पहले
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फुटेज जबालिया के अल-फलूजा कब्रिस्तान का है। इसमें इजराइली टैंकों के गुजर जाने से हुई तबाही दिख रही है।
इजराइल-हमास जंग का आज 69वां दिन है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना गाजा में कब्रिस्तानों को भी तबाह कर रही है।
रिपोर्ट में कहा गया कि इजराइली टैंकों ने शाजाये शहर के ट्यूनीशियाई कब्रिस्तान, जबलिया के अल-फलूजा कब्रिस्तान समेत 6 कब्रिस्तानों को तबाह कर दिया। इसकी सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। इनमें जमीन पर कब्रों को रौंदते हुए निकले इजराइली टैंकों के निशान दिख रहे हैं।
इस बीच अमेरिका ने इजराइल से गाजा में हमले कम करने को कहा है। राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को गाजा में फिलिस्तीनियों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, तेल अवीव पहुंचे अमेरिकी NSA जैक सुलिवन से इजराइल के डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट ने कहा- यह जंग अभी कई महीने चलेगी।

शाजाये शहर के कब्रिस्तान की ये सैटेलाइट तस्वीरें इजराइली टैकों के यहां से गुजरने के पहले और बाद में ली गई।
सीजफायर नहीं करेगा इजराइल
अमेरिकी NSA जेक सुलिवन और इजराइली डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट की मुलाकात के बाद गैलेंट के दफ्तर की तरफ से एक लिखित बयान जारी किया गया।
इसमें कहा गया- हमने अमेरिका को बता दिया है कि यह जंग अभी लंबी चलेगी, शायद कई महीने। हमास आतंकी संगठन है और उसने जंग के लिए कई साल तैयारी की है। इसके लिए जमीन के नीचे इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया है। इस टनल नेटवर्क को खत्म करना आसान नहीं है। इसमें कई महीने लगेंगे। हम भी तैयार हैं, और इस टनल नेटवर्क को खत्म करके ही दम लेंगे।
गैलेंट और सुलिवन ने लेबनान की तरफ से इजराइल पर हो रहे हमलों पर भी विचार किया। सुलिवन ने कहा- इजराइल बंधकों की रिहाई के लिए जो कुछ कर रहा है, मैं उससे सहमत हूं। इजराइल को मदद देते रहेंगे। दोनों देशों का मकसद एक है और ये पूरे मिडिल-ईस्ट के लिए जरूरी कदम है। गाजा में आम लोगों को बचाने के लिए इजराइल ने जरूरी कदम उठाए हैं। हम इन पर नजर रख रहे हैं।

तेल अवीव में इजराइली डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट (दाएं) के साथ अमेरिकी NSA जेक सुलिवन।
जंग खत्म करना चाहता है हमास
- हमास की पॉलिटिकल विंग के चीफ इस्माइल हानिया ने कहा है कि उनका संगठन चाहता है कि आम लोगों को बचाने के लिए अब जंग बंद होनी चाहिए। टीवी पर जारी हानिया के स्टेटमेंट की जानकारी न्यूयॉर्क टाइम्स ने दी है।
- हानिया ने कहा- हमारे ग्रुप की मिलिट्री विंग भी चाहती है कि जो भी बात जंग खत्म करने के लिए हो, उसका समर्थन किया जाए। इसका फायदा गाजा के आम लोगों को होगा। हमने 16 साल तक गाजा पर शासन किया है। इजराइल के हमले बंद होने के बाद भी हम ही वहां रूल करेंगे। हानिया ने कहा- जो लोग जंग खत्म होने के बाद गाजा में हमास के शासन के भी अंत का सपना देख रहे हैं, वो सपना ही रह जाएगा। गाजा पर हमास की ही सल्तनत रहेगी।
जंग की 4 तस्वीरें…

राफा में इजराइली हमले के बाद लोगों को रोते और रेस्क्यू करते देखा गया।

14 दिसंबर को गाजा में कम्युनिकेशन कट गया। 7 अक्टूबर को जंग शुरू होने के बाद से ऐसा 6वीं बार हुआ है।

राफा में बढ़ते इजराइली हमलों के चलते दुकानें तबाह हो गई हैं। यहां खाने के लिए कुछ नहीं बचा है।

गाजा के साथ इजराइली सेना वेस्ट बैंक में भी रेड कर रही है। लोगों को जेनिन शहर में फिलिस्तीनी का शव ले जाते देखा गया।
वेस्ट बैंक में हमास का समर्थन बढ़ा
- न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में एक जर्मन फाउंडेशन के सर्वे के हवाले से कहा गया है कि इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक यानी पश्चिमी किनारे में हमास का समर्थन बढ़ रहा है और ये आने वाले वक्त में बहुत बड़ा खतरा बन सकता है।
- सर्वे के मुताबिक- इजराइल जिस तरह की बमबारी गाजा में कर रहा है, उससे वेस्ट बैंक के लोगों में हमास को सहानुभूति मिल रही है और यही वजह है कि लोग अब हमास का समर्थन पहले के मुकाबले ज्यादा कर रहे हैं।
- यह सर्वे 1200 युवाओं के बीच किया गया है। ये लोग गाजा और वेस्ट बैंक में रहते हैं। सर्वे आंकड़े नहीं दिए गए हैं। इसके मुताबिक- ज्यादातर फिलिस्तीनी मानते हैं कि इजराइल कभी हमास को खत्म नहीं कर सकेगा, क्योंकि इसकी जड़ें बहुत गहरी हैं।

वेस्ट बैंक में भले ही इजराइल बस्तियां बसा रहा हो, लेकिन यहां हमास का समर्थन बढ़ता जा रहा है। (फाइल)
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

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