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शनिवार शाम इजराइल ने हिजबुल्लाह के ठिकाने पर हमला किया था।
इजराइल-हमास जंग का आज 29वां दिन है। अलजजीरा के मुताबिक, गाजा में हो रही इजराइली बमबारी से हर घंटे 15 लोगों की मौत हो रही है। इनमें 6 बच्चे हैं। 35 लोग घायल हो रहे हैं और 12 इमारतें तबाह हो रही हैं।
इस बीच हिजबुल्लाह ने इजराइली आर्मी की 6 पोस्ट पर हमला किया है। इजराइली सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की है। लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह 8 अक्टूबर से ही इजराइल पर हमले कर रहा है।
इधर, 7 अक्टूबर से अब तक जंग में फ्रांस के 39 नागरिक मार गए हैं। 9 अन्य लापता हैं। हमास ने हमले के दौरान करीब 250 लोगों को बंधक बनाया, इनमें कई विदेशी नागरिक भी हैं।

गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि लगातार हो रही इजराइली बमबारी के कारण यहां 2,200 लोग मलबे में दबे हैं।
अहम अपडेट्स…
- यरुशलम में लोग इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के घर के बाहर हमास के हमले को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है।
- टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, जंग की शुरुआत के बाद से इजराइल ने दुनियाभर में इजराइलियों पर होने वाले हमले रोके हैं।
- अल-अक्सा रेडियो के मुताबिक इजराइल ने हमास चीफ इस्माइल हानिए के घर पर हमला किया है। इस घर में उसका परिवार रहता था लेकिन हमले के वक्त वे वहां थे या नहीं इस बात की जानकारी फिलहाल नहीं मिल सकी है।
- सेना ने कहा है कि गाजा अब 2 हिस्सों में बंट गया है। साउथ गाजा में हम मानवीय सहायता पहुंचा रहे हैं। वहां अगर कोई हमास लड़ाका पहुंच रहा है तो उसे मार गिराया जा रहा है। वहीं नॉर्थ गाजा में जंग तेज हो चुकी है। वहां फिलिस्तीनियों की जान को खतरा है।

इजराइली हमले में गाजा की 80 हजार से ज्यादा इमारतें तबाह हुई हैं।
दूसरे स्कूल पर इजराइली हमला
शनिवार रात इजराइल ने गाजा के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप जबालिया में दूसरे स्कूल पर हमला किया। इसमें 15 लोगों की मौत हो गई। इसके पहले 2 नवंबर को UN स्कूल पर हमला हुआ था। इसमें 27 लोगों की मौत हुई थी। इजराइल लगातार स्कूलों, अस्पतालों को निशाना बना रहा है। यहां फिलिस्तीनियों ने शरण ले रखी है। इजराइल का कहना है कि हमास के लड़ाके इन जगहों पर छिपे हैं।
हमारे बच्चे खून से लथपथ हैं
अल जजीरा के मुताबिक, स्कूल में पनाह लेने वाली एक महिला ने कहा- बच्चे बहुत दिनों से भुखे थे। मैं खाने का इंतजाम करने गई थी। वापस आ ही रही थी कि स्कूल पर इजराइली हमला हुआ। मेरी बेटी घायल हो गई। एक अन्य महिला ने कहा- UN स्कूल तक सेफ नहीं हैं। हमारे बच्चे खून से लथपथ हैं। गाजा में खाना-पानी, बिजली नहीं हैं। अब हमारे पास कपड़े तक नहीं बचे हैं।

जंग में अब तक 3900 से ज्यादा फिलिस्तीनी बच्चों की मौत हो चुकी है।
तुर्किये ने अपने राजदूत को इजराइल से वापस बुलाया
तुर्किये ने अपने राजदूत को इजराइल से वापस बुला लिया है। इसके पहले तुर्किये के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन ने कहा था कि वो जंग के सिलसिले में इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात नहीं करेंगे। तुर्किये के मीडिया के मुताबिक, एर्दोगन के लिए नेतन्याहू एग्जिस्ट नहीं करते। हालांकि, तुर्किये के विदेश मंत्री और इंटेलिजेंस चीफ हमास और इजराइल के साथ बातचीत करते रहेंगे।
तुर्किये के पहले बहरीन ने इजराइल में मौजूद अपने राजदूत को वापस बुला लिया था। साथ ही इजराइल के साथ अपने इकोनॉमिकल रिलेशन्स तोड़ दिए थे। कोलंबिय, चिली, जॉर्डन ने भी अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। वहीं, बोलिविया ने इजराइल के साथ डिप्लोमैटिक रिलेशन्स तोड़ दिए हैं।
जबालिया कैंप पर दागे गए थे 907 किलो के बम
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक इजराइल ने 31 अक्टूबर को गाजा के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप जबालिया पर 907 किलो के बम दागे थे। NYT ने घटना से जुड़े फोटो और वीडियो को एनालाइज किया। इसमें 40 फीट चौड़े 2 गड्ढे दिखे। इस हमले में करीब 195 लोग मारे गए थे। वहीं, अमेरिकी सरकार ने इजराइल से जबालिया कैंप, UN स्कूल, अस्पतालों पर किए गए हमले को लेकर जवाब मांगा है।

ये जबालिया कैंप पर हुए हमले की सैटेलाइट तस्वीर है। यहां हमले के बाद हुए गड्ढे दिख रहे हैं।
UN बोला- गाजा में एक भी जगह सुरक्षित नहीं बची
अलजजीरा के मुताबिक, गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि लगातार हो रही इजराइली बमबारी के कारण यहां 2,200 लोग मलबे में दबे हैं। इनमें 1,250 बच्चे हैं। सेना मस्जिदों पर भी हमला कर रही है। इस पर UN का कहना है कि गाजा में कोई भी जगह सुरक्षित नहीं बची है।
इजराइल-हमास जंग से जुड़ी तस्वीरें…

तस्वीर खान यूनिस की है, जहां इजराइली हमलों के बाद तबाही का मंजर है।

गाजा के खान यूनिस में इजराइली हमले में मारी गई बेटी के शव से लिपटकर रोता व्यक्ति।

गाजा शहर में हमलों के बीच घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।

खान यूनिस में घर तबाह होने के बाद एक शख्स मलबे के बीच बैठा रहा।

गाजा पट्टी में ऑपरेशन के दौरान मारे गए इजराइली सैनिक युवल जिल्बर को नेताइम में अंतिम विदाई दी गई।
सीजफायर के लिए अमेरिका और इजराइल राजी नहीं
इजराइल-हमास जंग के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शुक्रवार को तीसरी बार तेल अवीव पहुंचे। यहां उन्होंने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। BBC के मुताबिक, इस दौरान फिलिस्तिीनियों की सुरक्षा पर चर्चा हुई।
BBC के मुताबिक, अमेरिका और इजराइल सीजफायर के लिए राजी नहीं है। उनका मानना है कि सीजफायर से हमास को हमास पुनः संगठित होने और हथियार जमा करने का समय मिल जाएगा। हालांकि अब अमेरिका मानवीय लिहाजे से जंग को रोकने पर चर्चा कर रहा है।

‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद?
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।

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अल-अक्सा मस्जिद में इजराइली पुलिस ने नमाजियों को गिरफ्तार किया; हमास ने कहा- कीमत चुकानी पड़ेगी

इजराइल में यरुशलम के अल-अक्सा मस्जिद में पुलिस और फिलिस्तीनियों की बीच झड़प हो गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया और उन पर पवित्र मस्जिद को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस के मुताबिक, कुछ फिलिस्तीनियों ने खुद को पटाखों, लाठी और पत्थरों के साथ मस्जिद में बंद कर लिया था और बाहर बैरिकेडिंग लगा दी थी। पढ़ें पूरी खबर…
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