


विशाखापत्तनम49 मिनट पहले
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भारत और इंग्लैंड के बीच विशाखापत्तनम टेस्ट में टॉम हार्टले के विकेट पर विवाद खड़ा हो गया। इस मुकाबले के चौथे दिन सोमवार को अंपायर ने इंग्लिश बैटर टॉम हार्टले को आउट दे दिया, लेकिन बल्लेबाज के रिव्यू लेने के बाद थर्ड अंपायर ने अंपायर्स कॉल दिया और हार्टले को नॉटआउट करार दिया।
अंपायर्स कॉल के बाद भी हार्टले नॉटआउट क्यों रहे, जबकि रिप्ले में देखा गया कि बॉल स्टंप हिट कर रही थी।
…तो 500 विकेट क्लब में शामिल हो जाते अश्विन
यदि थर्ड अंपायर ने हार्टले को आउट देते तो रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट के 500 विकेट क्लब में शामिल हो जाते। वे इस उपलब्धि से एक विकेट दूर रह गए। अश्विन के नाम 97 टेस्ट में 499 विकेट हैं।
क्या हुआ था?
इंग्लैंड की दूसरी पारी के 63वें ओवर की 5वीं बॉल पर भारतीय खिलाड़ियों ने टॉर्म हार्टले के खिलाफ अपील की और फील्ड अंपायर ने अंगुली उठा दी। हार्टले अश्विन की ऑफ स्टंप फुलर बॉल पर रिवर्स स्वीप करना चाहते थे, लेकिन बॉल हाथ से लगकर स्लिप पर खड़े रोहित शर्मा के पास पहुंच गई।
ऐसे में बल्लेबाज ने रिव्यू लिया। रिप्ले देखने से पता चला कि बॉल ग्लव्स और बैट से नहीं लगी, बल्कि हाथ से लगी थी। ऐसे में थर्ड अंपायर्स ने LBW के लिए हॉक आय का इस्तेमाल किया। तीसरे अंपायर ने इसे अंपायर कॉल तो करार दिया, लेकिन फील्ड अंपायर ने अपना फैसला बदलते हुए हार्टले को नॉटआउट करार दिया।

अश्विन की बॉल पर रिवर्स स्वीप करने के प्रयास में बॉल हार्टले के हाथ से लेकर हवा में गई।
अंपायर कॉल पर हार्टले नॉटआउट क्यों?
फील्ड अंपायर्स ने हार्टली को कैच आउट की अपील पर आउट दिया था। LBW की अपील पर नहीं। हार्टले कैच आउट नहीं थे। ऐसे में थर्ड अंपायर ने LBW के लिए इस मामले को अंपायर कॉल करार दिया और फील्ड अंपायर ने LBW को नॉटआउट दिया।

अंपायर कॉल के बाद भी हार्टले को नॉटआउट देने के बाद कप्तान रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन ने अंपायर से बात की। फील्ड अंपायर ने उन्हें समझाया कि हार्टले आउट क्यों नहीं हुए।
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