







स्पोर्ट्स डेस्क41 मिनट पहले
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भारत की मेजबानी में 13वें वनडे वर्ल्ड कप का समापन हो गया है। ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में मेजबान टीम को हराकर छठी बार खिताब जीता। यह टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया की खिताबी जीत और फाइनल तक भारत के दमदार प्रदर्शन के अलावा एकतरफा मुकाबलों के लिए भी याद रखा जाएगा।
48 में से 22 मुकाबले ऐसे रहे जिसमें जीत-हार का फैसला या तो 100 से ज्यादा रन से, या फिर 10 ओवर का खेल बाकी रहते 4 या इससे अधिक विकेट से हुआ। अगर यह स्टैंडर्ड सभी वर्ल्ड कप पर लागू करें तो इतने मैच सिर्फ 2015 में ऑस्ट्रेलिया में हुए टूर्नामेंट ही एकतरफा रहे थे। 2015 में भी 48 में से 22 मुकाबले इतने ही बड़े फासलों से जीते या हारे गए।
45.83% मुकाबले एकतरफा रहे
अगर एकतरफा मुकाबलों को प्रतिशत में जाहिर किया जाए तो इस वर्ल्ड के 45.83% मैच इस कैटेगरी में आते हैं। प्रतिशत में इससे ज्यादा एकतरफा मुकाबले सिर्फ 1975 में इंग्लैंड में हुए पहले वर्ल्ड कप में खेले गए थे। तब 53.33% मैच एकतरफा रहे थे। उस वर्ल्ड कप में 15 में से 8 मैच ऐसे रहे थे जिनमें जीत-हार का फैसला या तो 100+ रन से हुआ था या 10 ओवर बाकी रहते 4+ विकेट से।

पहले बैटिंग करते हुए जीत का मार्जिन सबसे ज्यादा
इस वर्ल्ड कप में 48 में से 23 मुकाबलों में पहले बैटिंग करने वाली टीमें जीती। इनकी जीत के अंतर का औसत 134 रन रहा। यानी पहले बैटिंग करने वाली टीमों ने औसतन इस फासले से मैच जीता। यह अब तक हुए सभी वर्ल्ड कप को मिलाकर बैटिंग फर्स्ट टीमों की जीत का सबसे बड़ा फासला है। पिछला रिकॉर्ड 1975 वर्ल्ड कप का था। तब पहले बैटिंग करने वाली टीमों की जीत का औसत फासला 124 रन था।
1992 का वर्ल्ड कप सबसे कम एकतरफा मुकाबलों वाला
1992 में ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में हुआ वर्ल्ड कप सबसे ज्यादा नजदीकी मुकाबलों वाला टूर्नामेंट साबित हुआ है। तब 37 में से सिर्फ 4 मैच ऐसे खेले गए जिसमें जीत का अंतर 100+ रन या 10 ओवर बाकी रहते हुए 4+ विकेट रहा था। यानी तब सिर्फ 10.81% मैच ही एकतरफा रहे थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान की मेजबानी में हुआ 1987 वर्ल्ड कप है। तब 27 में से 5 मैच एकतरफा रहे थे। यानी 18.52% मुकाबले एकतरफा हुए थे।
इस बार टॉस का फायदा नहीं हुआ
2023 का वर्ल्ड कप टॉस जीतो मैच जीतो के फलसफे के उलट रहा। इस बार 48 में से 29 मैच टॉस हारने वाली टीमों ने जीते। यानी 60.4% मैच टॉस हारने वाली टीमों ने जीते। 1975 का वर्ल्ड कप इस मामले में भी सबसे आगे है। तब 14 में से 9 मुकाबले यानी 64% मैच टॉस हारने वाली टीमों ने जीते थे।

2023 वर्ल्ड कप में एकतरफा जीत की तीन सबसे बड़ी मिसाल
- पहला: रन के लिहाज से इस वर्ल्ड कप में रन के लिहाज से सबसे बड़ी जीत ऑस्ट्रेलिया के नाम रही। कंगारू टीम ने नीदरलैंड को नई दिल्ली में 309 रन के अंतर से हराया।

- दूसरा: विकेट के लिहाज से मौजूदा वर्ल्ड कप में विकेट के लिहाज से सबसे बड़ी जीत हासिल करने का ताज न्यूजीलैंड को मिला। कीवी टीम ने अहमदाबाद में 5 अक्टूबर को इंग्लैंड को 9 विकेट से हराया।

- तीसरा: सबसे ज्यादा गेंद बाकी रहते रन चेज सबसे कम ओवर में सफल रन चेज या सबसे ज्यादा बॉल रहते मैच जीतने का तमगा न्यूजीलैंड के नाम रहा। कीवी टीम ने 9 नवंबर को बेंगलुरु में श्रीलंका को 160 बॉल रहते हराया।

वर्ल्ड कप-2023 से जुड़े 3 और रोचक फैक्ट्स
1. वर्ल्ड कप इतिहास में पहली बार 100 का मैच नहीं हुआ
इस वर्ल्ड कप के किसी भी मैच में पूरे 100 ओवर का खेल नहीं हुआ। ओवर के लिहाज से सबसे लंबा मैच 99.2 ओवर का रहा। यह मैच धर्मधाला में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया।

2. किसी भी मैच में सभी 20 विकेट नहीं गिरे
मौजूदा वर्ल्ड कप के किसी भी मुकाबले में दोनों टीमों ऑलआउट नहीं हुई हैं। ऐसा 2015 के बाद हुआ है, जब एक वर्ल्ड कप में दोनों टीमें ऑलआउट नहीं हुई हों।
3. पावरप्ले में 5.52 का रन रेट, सभी वर्ल्ड कप एडीशन में सबसे ज्यादा
2023 वर्ल्ड कप के पावरप्ले में 5.52 के रन रेट से रन स्कोर हुए। जो अब तक के वर्ल्ड कप इतिहास में सबसे ज्यादा है। इस बार 9 मुकाबलों के पावरप्ले में 80 या उससे ज्यादा रन बने। टूर्नामेंट के 21.54 फीसदी रन पावरप्ले से आए। टीम इंडिया ने शुरुआती 10 ओवर में 6.97 की रन रेट से रन बनाए, जो टूर्नामेंट में सबसे तेज था।

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