7 घंटे पहले
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सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में हमास के लड़ाकों के पास नॉर्थ कोरिया में बने हथियार दिखे हैं।
इजराइल-हमास जंग के बीच नॉर्थ कोरिया हमास को हथियार बेच सकता है। साउथ कोरिया की खुफिया एजेंसी ने इस बात का दावा किया है। अमेरिका मीडिया द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में साउथ कोरियाई स्पाई एजेंसी के हवाले से कहा गया कि नॉर्थ कोरिया पहले भी हमास को रॉकेट और अन्य हथियार दे चुका है।
वहीं, नॉर्थ कोरिया के राष्ट्रपति और तानाशाह किम जोंग उन ने अधिकारियों को फिलिस्तीनियों को सपोर्ट करने का ऑर्डर दिया है। दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी के डायरेक्टर किम क्यू-ह्यून ने कहा- जंग का फायदा उठाने के लिए किम जोंग उन मिडिल-ईस्ट में हथियार बेच सकते हैं। उन्होंने फिलिस्तीनियों का सपोर्ट करने के लिए भी कहा है।
हमास लड़ाके के पास नॉर्थ कोरियाई हथियार दिखा
7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया था। 2500 से ज्यादा लड़ाके सीमा पार करके इजराइली शहरों में घुस गए थे। इस दौरान दावा किया गया कि लड़ाकों के पास नॉर्थ कोरियाई हथियार हैं। नॉर्थ कोरिया में बने रॉकेट की तरह दिखने वाले हथियार लिए हमास लड़ाकों की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। इसके बाद साउथ कोरिया ने ये दावा किया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में हमास लड़ाके के हाथ में नॉर्थ कोरियाई हथियार है।
F-7 रॉकेट और बुल्सए एंटी-टैंक मिसाइलें इस्तेमाल कीं
साउथ कोरियाई एकस्पर्ट्स का कहना है कि हमास ने जंग में नॉर्थ कोरिया के F-7 रॉकेट का इस्तेमाल किया है। इस हथियार को कंधे पर रखकर चलाते हैं। एक वीडियो में लड़ाकों के पास नॉर्थ कोरिया में बनी बुल्सए एंटी-टैंक मिसाइलें दिखीं। हालांकि, नॉर्थ कोरिया जंग में अपने हथियारों के इस्तेमाल होने वाली बात को गलत बता चुका है।
तस्वीर नॉर्थ कोरिया के F-7 रॉकेट की है। दावा है कि हमास इनका इस्तेमाल कर रहा है।
7 अक्टूबर को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग अब भी जारी
हमास ने 7 अक्टूबर को इजराइल पर 5 हजार रॉकेट दागने का दावा किया था। हमले के कुछ ही देर बाद इजराइली सेना ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी थी। लिहाजा 27 दिन बाद भी यह जंग जारी है। अब 1400 से ज्यादा इजराइलियों की मौत हो चुकी है। 8700 से ज्यादा फिलिस्तीनी भी मारे गए हैं।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद?
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
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हमास ने बंधक बनाए इजराइली और विदेशी नागरिकों को सुरंगों में रखा है। इजराइली सेना दावा कर चुकी है कि हमास के कई ठिकाने जमीन के अंदर यानी सुरंगों में ही हैं। यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, सुरंगें बनाने के बाद हमास काफी ताकतवर साबित हुआ है। इसीलिए वो 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला करने में कामयाब रहा। पढ़ें पूरी खबर…
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