


सिडनीएक घंटा पहले
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फरवरी में ऑस्ट्रेलिया सरकार ने तमाम मंत्रालयों से चीन में बने CCTV कैमरे हटाने के आदेश दिए थे। (प्रतीकात्मक)
ऑस्ट्रेलिया सरकार ने कहा है कि उनके देश में हर 6 मिनिट में एक सायबर हमला हो रहा है और इसके पीछे एक देश का हाथ है। हालांकि, उसका साफ इशारा चीन की तरफ है। वहां की सिक्योरिटी एजेंसीज पहले चीन पर आरोप भी लगा चुकी हैं।
कुछ महीने पहले ऑस्ट्रेलिया ने देश के तमाम अहम ऑर्गनाइजेशन्स, मिनिस्ट्रीज और गवर्नमेंट ऑफिसेज से चीन में बने CCTV कैमरा फौरन हटाने के आदेश दिए थे। चीन ने तब इसका विरोध किया था।

सायबर अटैक से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने कुछ अहम कदम उठाए हैं। कुछ महीने पहले स्पेशल सायबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स बनाई गई थी। (प्रतीकात्मक)
सरकार ने हेल्पलाइन बनाई
- देश में बढ़ रहे सायबर अटैक से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने कुछ अहम कदम उठाए हैं। कुछ महीने पहले स्पेशल सायबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स बनाई गई थी। पिछले हफ्ते एक अलग हेल्पलाइन बनाई गई। इसके अलावा सायबर कानून सख्त किए गए हैं। अब हर कंपनी को सायबर अटैक की रियल टाइम जानकारी सायबर सेल को देनी होती है।
- ऑस्ट्रेलियन सायबर सिक्योरिटी सेंटर (ACSC) ने इस साल जून तक 94 हजार सायबर क्राइम की शिकायतें दर्ज कीं। यह पिछले साल की तुलना में 23% ज्यादा हैं। ACSC ने वॉर्निंग दी है कि आने वाले वक्त में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ने का खतरा है। इसलिए लोग अलर्ट रहें।
- डिफेंस मिनिस्टर रिचर्ड मार्लेस ने मीडिया से कहा- हमारे हर अहम ठिकाने को निशाना बनाया जा रहा है। मई में हमने फाइव आईज ग्रुप (अमेरिका, न्यूजीलैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन) के साथ इस मसले पर प्लान भी तैयार किया था।
- सरकार के हवाले से आने वाली हर रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हर सायबर अटैक के पीछे चीन की सरकार का हाथ है। हालांकि, चीन ने हर बार इन आरोपों को गलत ठहराया है। इस बारे में रिचर्ड ने कहा- हम चीन से अच्छे रिश्ते चाहते हैं। लेकिन, ये भी सच है कि चीन हमारे देश की सिक्योरिटी के लिए फिक्र की वजह भी है।

फरवरी में बड़ा फैसला लिया था
- इसी साल फरवरी में ऑस्ट्रेलिया सरकार ने अपने रक्षा विभाग की इमारतों से चीन से जुड़ी कंपनियों द्वारा निर्मित निगरानी कैमरे हटाने का फैसला किया था। ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने कहा था-उनका विभाग इन चीजों की समीक्षा कर रहा है। विशेष कैमरे जहां भी होंगे, उन्हें हटा दिया है।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी कंपनियों हिकविजन और दहुआ द्वारा विकसित और निर्मित 913 कैमरे, इंटरकॉम, इलेक्ट्रॉनिक प्रवेश प्रणालियां और वीडियो रिकॉर्डर रक्षा विभाग और व्यापार एवं विदेश मामलों के विभाग सहित ऑस्ट्रेलिया सरकार और एजेंसी के ऑफिसों में लगे हुए थे।
- ऑस्ट्रेलिया ने ये फैसला ऐसे वक्त किया था, जब अमेरिकी हवाई क्षेत्र में चीनी जासूसी गुब्बारा मिलने के कारण अमेरिका के साथ चीन का तनाव चल रहा था। इससे पहले, अमेरिका और ब्रिटेन भी नवंबर में अपने सरकारी दफ्तरों से चीन की कंपनियों के निगरानी उपकरण हटाने का फैसला कर चुके हैं।
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