हरियाणा में अंबाला के नशा मुक्ति केंद्रों में यातनाएं देने का सिलसिला थम नहीं रहा है।

ताजा मामला अंबाला कैंट के खतोली में बने नशा मुक्ति केंद्र में सामने आया है। आरोप है कि यहां, केंद्र संचालक व उसकी टीम ने युवक को पहले चप्पल-डंडों से मारा। 2 दिन बाथरूम में भूखा-प्यासा बंद करके रखा और पेशाब पिलाया। परिजनों ने नशा मुक्ति केंद्र संचालक व उसके साथियों के खिलाफ पंजोखरा थाने में शिकायत सौंपी।
पुलिस जांच में सामने आया कि खतौली में बना नशा मुक्ति केंद्र अवैध है। यही नहीं आरोपी ने गांव गरनाला में भी अवैध नशा मुक्ति केंद्र बनाया हुआ है। पुलिस हर पहलू पर जांच कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई अमल में ला रही है।
अंबाला कैंट के बीसी बाजार निवासी आकाश ने बताया कि उसका चचेरा भाई 3-4 महीने से स्मैक का नशा करने का आदी हो गया था। उसने अपनी चाची गीता के साथ आपस में सलाह करने के बाद भाई को नशा मुक्ति केंद्र (खतोली) में छोड़ने का फैसला लिया था। उन्होंने केंद्र के मालिक सरताज को अपनी चाची के घर पर बुलाया।

3-4 महीने से स्मैक का नशा करने का आदी हो गया था, जिसके बाद परिजनों ने युवक को नशा मुक्ति केंद्र में छोड़ दिया था।
25 दिन बाद मिलने गए तो नहीं कराई मुलाकात
आकाश ने बताया कि 10 दिसंबर को सरताज अपनी टीम के साथ उसके भाई को अपने साथ नशा मुक्ति केंद्र खतोली में ले गया था। उन्होंने एडवांस में कोई पैसा नहीं दिया था। 5 जनवरी को उसके परिजन उससे मिलने के लिए नशा मुक्ति केंद्र में गए थे, लेकिन आरोपियों ने मिलने नहीं दिया। न नहीं कैमरे में उसके भाई को दिखाया।
2 दिन बाद मिले से सहमा हुआ था भाई
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके बाद 7 दिसंबर को फिर उसकी चाची व बहन वहां मिलने गई। यहां काफी मिन्नत करने के बाद व 10 हजार रुपए देने के बाद उसकी चाची व बहन को युवक से मिलने दिया। जब उसकी चाची ने उससे अकेले में बात की तो वह काफी डरा हुआ था। कह रहा था कि मुझे नशा मुक्ति केंद्र में बुरी तरह से पीटा है।
आरोप लगाया कि सरताज और उसका लड़कों ने चप्पलों-डंडों से मारा। यही नहीं, 2 दिन बाथरूम में भूखा-प्यासा बंद रखा और पेशाब पिलाया। बता दें कि अंबाला में पहले भी नशा मुक्ति केंद्रों में यातनाएं देने के मामले सामने आ चुके हैं। यही नहीं, अंबाला सिटी के एक नशा मुक्ति केंद्र में तो युवक की मारपीट के बाद मौत तक हो चुकी है।
अस्पताल में कराया इलाज, केस दर्ज
आकाश ने बताया कि उसकी चाची और बहन इसके बाद भाई को सिविल अस्पताल अंबाला कैंट ले गए। यहां से इलाज करने के बाद डॉक्टरों ने छुट्टी देकर घर भेज दिया। पंजोखरा थाने की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 325, 342, 34 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।