हरियाणा में करनाल के इंद्री पश्चिमी यमुना नहर में चार दिन पहले रेहड़ी सहित गिरे किशोर का मंगलवार को भी सुराग नहीं लग पाया। गोताखोर और पुलिस टीमें 13 डिग्री तापमान में भी नहर में सर्च अभियान चलाए हुए हैं।
पिछले 4 दिन से गोताखोर नहर में युवक की तलाश कर रहे हैं, लेकिन अब तक किशोर का सुराग नहीं लग पाया है।
परिवार के लोग भी पिछले 4 दिन से इंद्री पश्चिमी यमुना नहर पर डेरा डाले हुए हैं। दिन रात ठंड में बेटे के मिलने का इंतजार कर रहे हैं। जब से बेटे की रेहड़ी सहित नहर में गिरने की सूचना मिली है। तब से घर में चूल्हा तक नहीं जला। आस पड़ोस के लोग ही परिवार को समझा बुझाकर खाना खिला रहे हैं। नाबालिग बेटे को लेकर परिवार गहरे सदमे में है।
नहर पर खड़े वीरेंद्र के परिजन।
शनिवार देर शाम की घटना
बता दें कि बीते शनिवार शाम करीब 7 बजे इंद्री के वार्ड नंबर 5 निवासी 15 वर्षीय वीरेंद्र अपनी साइकिल रेहड़ी जिसमें फल भी थे, उसे लेकर घर की तरफ जा रहा था। लेकिन जब वह पश्चिमी यमुना के पास से गुजर रहा था। तभी अचानक वह रेहड़ी सहित नहर में जा गिरा। जिसके बाद वीरेंद्र का कोई सुराग नहीं लग पाया।
हादसे के बाद अगले दिन नहर से रेहड़ी निकालते ग्रामीण।
पति पत्नी लगाते थे फलों की रेहड़ी
वीरेंद्र के पिता सुभाष ने बताया कि अपने बच्चों का पालन पोषण करने के लिए वह व उसकी पत्नी इंद्री में ही फलों की रेहड़ी लगाते थे। स्कूल से आने के बाद वीरेंद्र भी उनका काम में हाथ बंटवा देता था। शनिवार शाम को वह और उसकी पत्नी घर पर आ गए। जबकि, वीरेंद्र रेहड़ी लेकर 7 बजे घर की तरफ आ रहा था, तभी यह हादसा हो गया।
नहर पर बेटे के मिलने का इंतजार करते परिजन।
पुलिस तलाश में जुटी
इंद्री थाना के जांच अधिकारी शमशेर सिंह ने बताया कि पिछले चार दिन सें पुलिस सरकारी गोताखोर के साथ नहर में सर्च अभियान चला रही है। अब तक करीब 10 किलोमीटर तक सर्च अभियान चलाया जा चुका है। लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया। जबकि रेहड़ी को अगले दिन ही नहर से निकाल लिया गया था।