- Hindi News
- Career
- 10 O’clock Shift Paper Was Viral Since 8 Am, Whistleblower Vivek Showed Evidence Of Paper Leak
12 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
ये प्रदर्शनकारी छात्र है, जिसने अपने सिर पर बैनर लगाकर सबूत होने का दावा किया।
UP पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती एग्जाम, पेपर लीक विवाद के बाद कैंसल हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब UP पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए री-एग्जाम कराया जाएगा। दरअसल, 17 और 18 फरवरी को UP पुलिस कॉन्स्टेबल का एग्जाम हुआ था। इस दौरान पेपर लीक की अफवाहों का दौर शुरू हुआ। इससे कई स्टूडेंट्स प्रभावित हुए और प्रदेशभर में एग्जाम दोबारा कराने के लिए स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट कर रहे थे।
पहली शिफ्ट के पेपर के साथ ही लीक हुआ पर्चा
UP पुलिस भर्ती की तैयारी कराने वाले एग्जामपुर युट्यूब चैनल के टीचर विवेक कुमार ने पेपर लीक से रिलेटेड पहला ट्वीट 17 फरवरी को किया। इस ट्वीट में उन्होंने बताया कि सुबह 8.17 बजे से पेपर सोशल मीडिया पर घूम रहा था। उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस रिक्रूटमेंट बोर्ड, उत्तर प्रदेश पुलिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्विटर हैंडल्स को टैग कर पेपर लीक होने का दावा किया।
इसके बाद कई ट्विटर पर पेपर लीक से जुड़े कई ट्वीट किए गए। 18 फरवरी की सुबह 10.01 बजे दोपहर 3 बजे की शिफ्ट का पेपर सर्कुलेट होने लगा था। एक स्टूडेंट ने ये भी बताया कि जिस वक्त वो अंदर परीक्षा दे रहा था, उसके भाई के पास बाहर लीक हुआ क्वेश्चन पेपर पहुंच गया था।
इसके बाद स्टूडेंट्स के बीच अफरा-तफरी मच गई। सभी के मन में कई तरह के सवाल उठने लगे। जगह-जगह पेपर लीक की जांच की मांग और रीएग्जामिनेशन की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किए जाने लगे। इसी सिलसिले में स्टूडेंट्स के साथ एग्जामपुर के टीचर विवेक कुमार भी लखनऊ में धरने पर बैठे थे। दैनिक भास्कर के साथ हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि छात्रों ने उन्हें 17 फरवरी का लीक्ड पेपर शेयर किया था।
इसके अलावा 18 फरवरी की दूसरी शिफ्ट का पेपर भी सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। जब उन्होंने सवालो का मिलान किया तो सवालो का क्रम अलग था, लेकिन लगभग सभी सवाल लीक हुई पेपर से मिल रहे थे। इसके अलावा एक आंसर की भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी।
100-100 में रुपए में पेपर बेचने के आरोप
छात्रों का आरोप था कि परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर वॉट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुपों में सर्कुलेट हो रहा था। आरोप था कि टेलीग्राम पर 100-100 रुपए में परीक्षा के पेपर बेचे गए। इसके बाद भी परीक्षा कराई गई। पेपर लीक को लेकर पुलिस भर्ती बोर्ड को 1500 शिकायतें मिली थीं।
स्टूडेंट्स ने क्या कहा?
आगरा के किशन यादव ने कहा-
मैं साल 2018 से इस भर्ती की तैयारी कर रहा था। 2017 में भी एग्जाम दिया था, लेकिन तब सिलेक्शन नहीं हो पाया था। इस बार पूरी उम्मीद थी सिलेक्शन की। खूब मेहनत से तैयारी की थी। एग्जाम भी अच्छा हुआ था। लेकिन उसके बाद पता चला कि पेपर लीक हो गया है। ये सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। ये मेरा आखिरी अटेंप्ट था। इसके बाद क्या करूंगा ये मैं खुद नहीं जानता। सरकार जांच करें और पेपर लीक करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई करे। अगर पेपर लीक नहीं हुआ है तो अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाए। इस सबके बीच स्टूडेंट्स ही पिस रहे हैं।
अगर इसकी जांच नहीं की गई तो कोई स्टूडेंट पढ़ाई पर भरोसा नहीं करेगा। सब यही सोचेंगे कि पेपर तो लीक हो ही जाएगा। उसी के जरिए पास हो जाएंगे।
हापुड़ के मनीष चौहान ने कहा-
मैं 22 साल का हूं। मेरे पिता खेती-किसानी करते हैं। सोचा था ये एग्जाम क्लियर करके घरवालों की थोड़ी मदद कर दुंगा। पेपर भी अच्छा हुआ था। सालों बाद तो भर्ती निकली उसमें भी पेपर लीक की बात होने लगी। इस बीच मैं हर दिन ये सोचने लगा कि अगर वाकई पेपर लीक हुआ है तो उन बच्चों का सिलेक्शन हो जाएगा जिन्हें परीक्षा से पहले पेपर मिल गया था और मैं रह जाऊंगा। रह-रहकर ख्याल आता था कि मेरी सारी मेहनत बर्बाद हो गई।
अब बेहतर लग रहा है कि पेपर रद्द हो गया और दोबारा परीक्षा कराई जाएगी। लेकिन इस प्रकरण की जांच जरूर की जानी चाहिए। भावनात्मक रूप से न सिर्फ मुझे बल्कि कई ईमानदार परीक्षार्थी इस असमंजस से परेशान रहे कि पेपर लीक हुआ है या नहीं। इसलिए परीक्षा बोर्ड बताए कि पेपर लीक क्यों हुआ और वो ऐसा क्या करेंगे कि आगे ऐसा न हो।
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर कोई भर्ती की प्रक्रिया ईमानदारीपूर्वक आगे नहीं बढ़ पा रही है, तो ये युवाओं के साथ खिलवाड़ है। इससे हम अपनी प्रतिभाओं को पलायन करने के लिए मजबूर करते हैं। अगर युवा के साथ अन्याय होता है, ये एक राष्ट्रीय पाप है। पहले दिन से हमने तय किया है, युवाओं के जीवन और उनके भविष्य के साथ जो खिलावाड़ करेगा, हम जीरो टॉलरेंस अपनाकर अपराधियों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाई करेंगे।
6 महीने बाद होगी परीक्षा
योगी सरकार ने 6 महीने में UP पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती का री-एग्जाम कराने का फैसला किया है। इस बीच सभी राजनीतिक दल बहती गंगा में हाथ धोते नजर आ रहे हैं। अलग-अलग नेताओं ने क्या कहा, उनके ट्वीट के जरिए समझें…
RO/ARO की भर्ती की भी जांच होगी
11 फरवरी को आयोजित की गई RO/ARO भर्ती परीक्षा की भी जांच की जाएगी। दरअसल, इस परीक्षा के बाद भी पेपर लीक का दावा किया गया था। लेकिन परीक्षा बोर्ड ने ऐसे दावों को झूठा बताया था।
इनपुट- अनुराग गुप्ता
[ad_2]
Source link