हरियाणा में धुंध को लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। सूबे की सड़कों पर सुबह और शाम को 10 मीटर ही विजिबिलिटी रिकॉर्ड की गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 14 दिसंबर तक घनी धुंध छाई रहेगी। इससे रात के तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की जाएगी। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा। 13 और 14 दिसंबर को बादल छाए रहेंगे, इससे दिन में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलने से दिन के तापमान में और गिरावट देने को मिलेगी।
दिन में 0.3 डिग्री गिरा पारा
मौसम में लगातार बदलाव और पहाड़ों में बर्फवारी का असर हरियाणा के मैदानी भागों में दिखाई दे रहा है। सूबे में धूप खिलने के बाद भी दिन के तापमान में 0.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। रोहतक में दिन का तापमान 20.7 दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.6 डिग्री कम है। वहीं धुंध के कारण रात के तापमान में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है, हालांकि घने कोहरे की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
गेहूं के लिए बढ़िया है मौसम
गेहूं की फसल को सर्दी के मौसम में लाभ पहुंचेगा। एक्सपर्ट्स की मानें तो इस मौसम में फसल की उचित देखभाल करना बेहद जरूरी है। इस बार ये ठंड गेहूं की फसल के लिए बेहद फायदेमंद है। गेहूं की फसल के विकास के लिए ठंड बहुत आवश्यक है। ठंड के चलते गेहूं के पौधे का फुटाव बढ़ता है, जिससे फसल की पैदावार बढ़ती है। ठंड से गेहूं के पौधे में रोगों और कीटों का प्रकोप भी कम रहता है। ठंड में गेहूं के पौधे में जड़ें मजबूत होती हैं. इससे पौधे की ऊंचाई बढ़ती है। जिस वजह से फुटाव में इजाफा होता है। ठंड में गेहूं के दाने में स्टार्च की मात्रा बढ़ती है, जिस वजह से उसकी पैदावार में बढ़ोतरी होती है।
ज्यादा ठंड से पौध जलने का खतरा
ठंड के चलते गेहूं के पौधे में रोगों और कीटों का प्रकोप भी कम रहता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अगर ठंड बहुत ज्यादा हो जाए तो इससे भी गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है। ठंड के कारण गेहूं के पौधे झुलस सकते हैं। किसान भाइयों को सर्दी में गेहूं की फसल की नियमित रूप से निगरानी करनी चाहिए। हालांकि नवंबर में पड़ रही कड़ाके की ठंड गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद है।