हरियाणा के यमुनानगर से इनेलो के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में जमानत दे दी है।
हाईकोर्ट ने ED के गिरफ्तारी और रिमांड आदेशों को रद्द किया। उन्हें पिछले महीने एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने रेड कर गिरफ्तार किया था।
जिसके बाद दिलबाग ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। दिलबाग ने गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए तुरंत रिहा करने का निर्देश जारी करने की अपील की थी। अभी वह जेल में बंद हैं।
4 जनवरी की सुबह ED की अलग-अलग टीमों ने करनाल, सोनीपत और यमुनानगर में दबिश दी थी। इस दौरान यमुनानगर में पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के घर 5 दिन रेड के बाद 8 जनवरी को उन्हें ED ने गिरफ्तार कर लिया था। ED के अधिकारी आवास से उन्हें गाड़ी में बैठाकर दिल्ली ले गए थे।
ED की रेड के बाद ये फोटो सामने आया था। जिसमें दावा किया था कि पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के घर से 5 करोड़ कैश मिला।
करोड़ों रुपए कैश और विदेशी हथियार मिले
इसके बाद ED ने दावा किया था कि रेड के दौरान दिलबाग के घर से 5 करोड़ रुपए कैश, 3 गोल्ड बिस्किट, विदेशी शराब की 100 से ज्यादा बोतलें, विदेश में बनाई कई संपत्तियों के कागजात, 5 विदेशी राइफलें, 300 कारतूस समेत अन्य चीजें बरामद की। जिसके फोटो भी साझे किए थे।
ASP हिमाद्रि कौशिक ने बताया कि विदेशी राइफल बरामद होने के बाद दिलबाग सिंह पर आर्म्स एक्ट और विदेशी शराब बरामद होने पर एक्साइज एक्ट के तहत 2 नई FIR दर्ज की गई हैं।
ED ने राइफलों की ये फोटो शेयर की थी। दावा किया कि दिलबाग सिंह के घर से ये राइफलें मिली हैं।
रिमांड के बाद भेजा जेल
ED ने दिलबाग सिंह को 14 दिन के रिमांड पर लिया था। इसके बाद गुरुग्राम की कोर्ट ने उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए थे। तब से वह जेल में हैं।
ED ने ये लगाए हैं आरोप
ED ने गुरुग्राम कोर्ट में रिमांड मांगते समय दिए गए दस्तावेजों और कोर्ट की तरफ से दिए गए रिमांड आदेश में लिखा है, FIR नंबर 226 दिनांक 14 अक्टूबर 2022 में आरोप था कि ओम गुरु यूनिट प्लांट एंड मशीनरी को एक साल पहले डिसमेंटल कर दिया गया था, लेकिन बिक्री खरीद रिकॉर्ड की जांच में पाया कि 10 मई 2022 से 17 जून तक की अवधि के दौरान खरीदारी हुई थी।
विक्रेता मेसर्स मुबारिकपुर रॉयल्टी कंपनी पीएस बिल्डटेक थी और इसमें शामिल मात्रा 168830 मीट्रिक टन थी, जिसका मूल्य 8.4 करोड़ रुपए BGS था, मगर खरीदे गए रिकॉर्ड ई-रवन्ना पोर्टल पर उपलब्ध नहीं थे।
नकली ई-रवन्ना का किया गया यूज
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि सामने आए डॉक्यूमेंट से बड़े घोटालों का संकेत मिलता है। खरीदारी नकली ई-रवन्ना का उपयोग करके की गई थी। दर्ज FIR में लॉन्ड्रिंग से जुड़े क्राइम का उल्लेख करते हुए, ED ने धन निवारण की धारा-3 और 4 के तहत अपराध की जांच के उद्देश्य से विभिन्न आरोपियों, स्क्रीन प्लांटों और स्टोन क्रशरों के खिलाफ ECIR दर्ज की।
ED के अनुसार उसके बाद क्षेत्रीय जांच की गई, जिसमें यह पाया गया कि FIR में अधिकांश फर्में अस्तित्व में ही नहीं थीं।
अभय चौटाला के समधी दिलबाग
दिलबाग 2 बार इनेलो से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 2009 और 2014 में यमुनानगर सीट से चुनाव जीता था। वह हरियाणा की क्षेत्रीय पार्टी इंडियन नेशनल लोक दल के नेता अभय चौटाला के समधी हैं। करीब 4 साल पहले दिलबाग सिंह की बेटी की शादी अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला के साथ हुई थी।