हरियाणा के रेवाड़ी में गैंबलिंग एक्ट के मामले में फंसाने का डर दिखाकर क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA-3) के इंस्पेक्टर अनिल कुमार और सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने सचिन कुमार से 30 लाख रुपए और फॉरच्यूनर कार की डिमांड की थी।

इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने इंस्पेक्टर अनिल और सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह दोनों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है।
बता दें कि 2 जनवरी शुक्रवार को गुरुग्राम ACB की टीम ने इंस्पेक्टर जयपाल सिंह की अगुवाई में रेवाड़ी CIA-3 के इंचार्ज अनिल कुमार को 3 लाख 75 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए शहर के बाइपास स्थित एक सोसाइटी से गिरफ्तार किया था। ACB ने उस दिन सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। अजीत सिंह इसी सोसाइटी के फ्लैट में रहता है और फिलहाल उसकी पोस्टिंग में CIA-3 में ही थी।

आरोपी इंस्पेक्टर अनिल कुमार को एसीबी ने 2 फरवरी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
रिमांड पर उगले कई राज
पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो कई राज उगल दिए। सूत्रों के अनुसार, दोनों ने एसीबी के सामने बताया कि सचिन से 30 लाख रुपए और फॉरच्यूनर कार की डिमांड की गई थी। हालांकि बातचीत आखिर में 4 लाख रुपए तक आ गई और फिर 3 लाख 75 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए इंस्पेक्टर को पकड़ा गया। रिश्वतकेस में सब इंस्पेक्टर सिंह और इंस्पेक्टर अनिल कुमार दोनों ही मिलकर सचिन पर पैसे देने का दबाव बना रहे थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिस गैंबलिंग एक्ट के मामले में सीआईए की तरफ से कार्रवाई की गई उसकी पूरी प्लानिंग भी सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह ने ही की थी। बाद में आरोपियों के अलावा उसके साथी सचिन पर दबाव बनाया गया। सचिन ने चूंकि एक आरोपी की जमानत दी थी। सब इंस्पेक्टर अजीत सिंह उसे पहले से जानता था। यहीं कारण है कि उसने इंस्पेक्टर अनिल कुमार के जरिए मुकदमें में फंसाने का डर दिखाकर सचिन से रिश्वत मांगी।
28 जनवरी को पुलिस ने पकड़े थे सट्टे लगाने वाले
दरअसल, 28 जनवरी की रात रेवाड़ी शहर के उत्तम नगर स्थित एक घर में CIA-3 की टीम ने रेड की थी। यहां क्रिकेट मैच पर सट्टा लगवाया जा रहा था। पुलिस ने मौके से उत्तम नगर निवासी हरीश, उत्तम नगर में ही किराए पर रहने वाले मंदीप, गुरुग्राम के पटौदी कस्बा निवासी संदीप को गिरफ्तार किया था।

एसीबी की टीम ने दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।
इनके कब्जे से 10 मोबाइल और लैपटॉप जब्त किए गए। पुलिस के अनुसार, युवक दुबई कैपिटल और शारजाह के बीच चल रहे क्रिकेट मैच पर फंटर के जरिए सट्टा लगवा रहे थे।
जमानत दिलाने के बाद नजर में आया
इसी केस में पकड़े गए तीन आरोपियों में से एक को सचिन नाम के युवक ने जमानत दिलाई थी। इसके बाद सचिन CIA की नजर में आ गया। इंस्पेक्टर अनिल और सब इंस्पेक्टर अजीत ने उसे ही केस में फंसाने का डर दिखाते हुए लाखों रुपए की डिमांड करनी शुरू कर दी। सचिन को जब बार-बार परेशान किया गया तो उसने ACB गुरुग्राम को इसकी शिकायत दी। इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को फिलहाल जेल भेज दिया गया है।