हरियाणा में पानीपत के सिवाह गांव के पास मंगलवार को घने कोहरे और जीरो विजिबिलिटी के चलते एक कार नहर में गिर गई। कार में दो भाई सवार थे।
ये दोनों ही दो प्राइवेट कंपनियों में मैनेजर हैं। कार नहर में गिरते ही मौके पर भीड़ जुट गई। इसके बाद बड़े भाई ने साहस दिखाते हुए किसी तरह कार का पिछला शीशा तोड़ा और बाहर निकला। छोटे भाई को तैरना नहीं आता था इसलिए बड़े भाई ने उसे कड़ी मशक्कत करते हुए नहर से निकाला।
हादसे का कारण जीरो विजिबिलिटी, नहर किनारे रिफलेक्टर, रेलिंग और कोई दूसरे निशान न लगे होना रहा। धुंध के दौरान गाड़ी ड्राइव करते हुए उन्हें नहर दिखाई नहीं दी और गाड़ी सीधे पानी में जा गिरी।
लोगों ने मदद के लिए कपड़े से कपड़ा जोड़कर एक लंबी रस्सी बनाई। जिनकी मदद से दोनों भाई बाहर आए।
घर से जा रहे थे कंपनी
पानीपत के मॉडल टाउन में रहने वाले अभिषेक शर्मा ने बताया कि वह मूल रूप से उत्तरप्रदेश का रहने वाला है और पानीपत में पुलिस लाइन के पास देवगिरी नामक प्राइवेट कंपनी में बतौर क्वालिटी मैनेजर कार्यरत है। उसका छोटा भाई हैंडफेब नामक कंपनी में मैनेजर है। दोनों भाई पानीपत में साथ ही रहते हैं और एक साथ कार से ड्यूटी पर आते-जाते हैं।
दोनों मंगलवार सुबह रिफाइनरी बाइपास से होते हुए अपने-अपने दफ्तर जा रहे थे। जब उन्होंने सिवाह गांव के पास रोहतक बाइपास पर चढ़ने के लिए कार मोड़ी तो धुंध में कुछ दिखाई नहीं दिया और कार नहर की पटरी पर चढ़ गई। जब तक वह ब्रेक लगाता, कार फिसलकर पानी में जा गिरी।
हादसे के बाद मौके पर जुटी पुलिस और स्थानीय निवासी।
बह गई कार
अभिषेक ने बताया कि कार नहर में गिरते ही उसने सीट बेल्ट खोलकर अपनी बेल्ट के हुक से कार का पिछला शीशा तोड़ा और अपने भाई के साथ बाहर निकल आया। उसने तैरकर अपने छोटे भाई को भी बाहर निकाला। कार नहर में बह गई।
नहर से बाहर निकलकर उसने पुलिस और परिवार को सूचना दी। 15 मिनट बाद पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक मॉडल टाउ न में रहने वाले परिवार के सदस्य भी कपड़े वगैरह लेकर पहुंच गए।