हरियाणा के पानीपत नगर निगम में प्रॉपर्टी टैक्स में करीब सवा साल पहले हुए फर्जीवाड़े में पुलिस ने तत्कालीन कर अधीक्षक धर्मबीर को गिरफ्तार कर लिया है।

मामला नवंबर 2022 का है। इस मामले का खुलासा नगर निगम में सीएम फ्लाइंग की रेड के दौरान हुआ था। जिसमें संपत्ति मालिक समेत पांच की संलिप्तता पाई गई थी।
इसमें मिलीभगत कर निगम अधिकारियों व कर्मचारियों ने 41 गज जमीन को 88.5 गज बना इसकी नो ड्यूज सर्टिफिकेट (NDC) जारी की थी। संपत्ति मालिक ने इसी एनडीसी पर इस जमीन को बेच भी दिया था। सीएम फ्लांइग की सिफारिश पर थाना शहर पुलिस ने तत्कालीन कर अधीक्षक, पूर्व जिला न्यायवादी समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जाकिर हुसैन ने बताया कि आरोपी धर्मबीर को कोर्ट में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
सीएम फ्लाइंग की रेड में हुआ था खुलासा
बता दें कि 15 नवंबर 2022 को नगर निगम की संपत्ति कर शाखा में सीएम फ्लाइंग ने रेड की थी। इस दौरान जांच टीम को संपत्ति कर शाखा में कई अनियमितताएं मिली। इनमें से वार्ड सात की महादेवी कॉलोनी की सावित्री की संपत्ति के विरुद्ध जारी की गई एनडीसी का भी केस सामने आया।
सीएम फ्लाइंग की पड़ताल में सामने आया कि निगम अधिकारियों ने मिलीभगत कर सावित्री देवी की 41 गज जमीन को 88 गज बना दिया और इसकी एनडीसी जारी कर दी। इस एनडीसी पर संपत्ति मालिक ने अपनी संपत्ति को बेच भी दिया।
इन लोगों पर दर्ज हुआ था केस
उस दौरान सीएम फ्लाइंग की सिफारिश पर पुलिस ने नगर निगम के कर अधीक्षक धर्मबीर, सहायक एवं वार्ड क्लर्क पवन कुमार, तत्कालीन जूनियर प्रोग्रामर, तत्कालीन सहायक जिला न्यायवादी शिव कुमार और संपत्ति मालिक सावित्री देवी की मिलीभगत मिलने पर मामला दर्ज किया था। अब इसी मामले में पुलिस ने कर अधीक्षक को गिरफ्तार किया है।