हरियाणा में करनाल के भाम्बरेहड़ी गांव में प्रेम प्रसंग के चलते शुभम का अपहरण कर हत्या के मामले पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कई बड़े खुलासे किए है। पहले शुभम की बाइक को गांव कतलाहेड़ी के पास आरोपियों ने उसकी बाइक को टक्कर मारी गई। उसके बाद उसे गाड़ी में डालकर जंगल में ले गए। वहां पर बुरी तरह से मार पीटकर दोबारा उसे बाइक पास ही कतलाहेड़ी बस स्टैंड के पास झाड़ियों में फेंक दिया था।
वहीं पुलिस ने रविवार को तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। इस दौरान पुलिस अपहरण और हत्या से संबंधित सभी तरह की जानकारी जुटाए गी। निशानदेही के साथ वारदात में इस्तेमाल हथियार, साजिश रचने, आरोपियों की संलिप्तता की तह तक पुलिस पहुंचेगी।
अस्पताल में शुभम को शव को देखते परिजन।
अब जाने अपहरण से लेकर हत्या की सिलसिले वॉर कहानी….
सुबह 9 बजे अपने गांव भाम्बरेहड़ी के लिए निकला था शुभम
गांव भाम्बरेहड़ी निवासी मृतक शुभम(19) के मामा कर्मजीत ने बताया कि बीती 11 अप्रैल को सुबह 9 बजे शुभम उसके पास से यानी घोघड़ीपुर गांव से अपनी मां को लेने के लिए गांव भाम्बरेहड़ी के लिए निकला था। वह गांव पिंगली से होते हुए पहले चिड़ाव गांव पहुंचा। वहां से सिधा करनाल असंध रोड़ से अपने घर की तरफ जा रहा था।
गांव जुड़ाला के पास देखा बाइक पर अकेलाशुभम
कर्मजीत ने बताया कि पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया है कि जब वह गांव भाम्बरेहड़ी से करनाल की तरफ जा रहे थे तो उन्होंने गांव जुडला के पास शुभम को बाइक पर अकेला जाते हुए देखा। इसके बाद उन्होंने शुभम को गाड़ी से पीछा किया और गांव कतलाहेड़ी के पास उसकी बाइक को गाड़ी से टक्कर मारी। जिससे शुभम बाइक सहित झाड़ियों में जा गिरा।
मृतक शुभम की फाइल फोटो।
साढ़े 9 बजे अपने साथ ले गए उठाकर
इसके बाद गाड़ी सवार सभी बदमाश सुबह करीब साढ़े 9 बजे शुभम को अपनी गाड़ी में उठकर ले गए। वह गांव-गांव होते हुए गांव बजीदा और घोघड़ीपुर के बीच स्थित जंगल में लेकर गए। गाड़ी में भी उसे पूरे रास्ते पीटा गया। उसके बाद जंगल में उसे लाठी डंडों से बेरहमी से पीटा।
जिसके बाद वह अधमरा हो गया। बुरी तरह से पीटने के बाद वह फिर दोबारा उन्होंने शुभम को गाड़ी में डाला और 11 बजे दोबारा गांव कतलाहेड़ी के पास जहां झाडियां में उसकी बाइक पड़ी वहां पर अधमरा करके फेंक दिया। उसके बाद वह वहां से गाड़ी में सवार होकर फरार हो गए। जिसके बाद 2 बजे पुलिस व परिजनों को शुभम का शव वहां से बरामद हुआ।
शव को उठाने के लिए परिजनों को समझाती पुलिस की पुलिस।
हत्या का दिखाना चाहते थे एक्सीडेंट
कर्मजीत ने बताया कि बदमाशों से ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह शुभम की मौत को हत्या नहीं सड़क हादसा दिखाना चाहते थे। इसलिए वह जगल में बुरी तरह से मारपीट करने के बाद दोबारा उसे जंगल से कतलाहेड़ी गांव के पास उसकी बाइक के पास फेंक गए और उसका मोबाइल भी उसकी जेब ही डाल दिया।
समय पर मिल जाता इलाज तो बच सकती थी जान
कर्मजीत ने बताया कि उसके भांजा तड़प तड़प कर मरा है। अगर समय पर उसे इलाज मिल जाता तो आज वह उनके बीच होता। बदमाशों ने लाठी डंडों से पीट पीट कर शुभम के हाथ पांव तोड़ दिए थे। उसके शरीर पर कई जगहों पर गुम चोट के निशान थे। आरोपियों ने उसे थप्पड़, लात घूंसे भी मारे है। शुभम की छाती पर गंभीर चोट थी। इन चोटों के कारण शुभम के शरीर में आंतरिक रक्तस्राव हो गया। जिस कारण उसकी मौत हुई है। यह खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ है।
मौके से शव को कब्जें लेती पुलिस की फाइल फोटो।
ये आरोपी हुए अबतक गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने शनिवार को तीन आरोपी अंकुश व अभिषेक निवासी भाम्बरेहड़ी व प्रदूमन उर्फ शुभम निवासी बाल रांगड़ान को माता शारदा त्रिलोकपूरी थाना रायपूर रानी क्षेत्र, पंचकुला से गिरफ्तार किया था। जिन्हें रविवार को कोर्ट में पेश कर 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
पुलिस द्वारा पकड़े गए तीन हत्यारोपी।
रिमांड के दौरान बरामद की जाएगी गाड़ी व हथियार
CIA-2 के इंचार्ज मनोज वर्मा ने बताया कि शुभम हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों को आठ दिन के रिमांड पर लिया है। इस दौरान अपहरण और हत्या से संबंधित सभी तरह की जानकारी जुटाई जाएगी। निशानदेही के साथ वारदात में इस्तेमाल गाड़ी, हथियार, साजिश रचने, आरोपियों की संलिप्तता की तह तक पुलिस पहुंचेगी।