करनाल जिला के इंद्री ब्लॉक में सरवन माजरा गांव की महिला सरपंच अंजू बाला के बर्खास्त होने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला सरपंच ने इलेक्शन के दौरान अलग-अलग जिलों से फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाए।

चुनाव में महिला सरपंच करीब 14 वोटों से जीती थी। मामले की जांच ADC ने की और जिला उपायुक्त ने ADC की जांच पर मुहर लगाकर सरपंच को टर्मिनेट कर दिया। पुलिस ने भी अब महिला सरपंच के खिलाफ केस दर्ज किया है।
अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट पर लड़ा था चुनाव
12 नवंबर 2022 को इंद्री के सरवन माजरा गांव में एससी कैटेगरी के लिए रिजर्व सीट पर सरपंच पद के लिए चुनाव हुआ था। जिसमें महिला अंजू बाला ने भी चुनाव लड़ा और जीत गई थी। शिकायतकर्ता रमेश लाल ने आरोप लगाया था कि महिला अंजू बाला जाट जाति से संबंध रखती है और उसने अनुसूचित जाति के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर चुनाव लड़ा था।

जानकारी देता ग्रामीण रमेश कुमार।
अंजू बाला का अंबाला तहसीलदार कार्यालय से 20 अक्टूबर 2009 की तारीख में बना हुआ OBC जाति का प्रमाण पत्र बलदेव नगर के “गवर्नमेंट गर्ल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा 9वीं में दाखिला लेने के समय जमा करवाया हुआ है। 2022 में अनुसूचित जाति महिला सरपंच पद की सीट हथियाने की नीयत से जालसाजी करके 14 अक्टूबर 2022 को जिला करनाल से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा लिया।
जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा
शिकायतकर्ता रमेश पाल ने शिकायत में बताया है कि एडीसी की जांच रिपोर्ट में साफ लिखा है कि फैमिली ID में CRID के द्वारा अंजू बाला की जाति पटवारी ने बीसी (ए) व कानूनगो ने जनरल वेरिफाई किया, लेकिन पंचायत चुनाव के दौरान जाति प्रमाण पत्र सिर्फ चुनाव के लिए जारी करने के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी। जिसका दुरुपयोग करते हुए अंजू बाला ने बिहार के श्रवण दास का एस.सी. जाति सर्टिफिकेट दिखाते हुए अपना एस. सी. जाति का प्रमाण पत्र बनवाया।
एक ही महिला के द्वारा दो अलग-अलग जाति के प्रमाण पत्र बना रखे हैं। इस बार फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए अंजू बाला के पिता के पहचान पत्र के संबंध में बीती तीन जुलाई को निर्वाचन अधिकारी अंबाला और निर्वाचन अधिकारी बिहार को लेटर लिखा गया। कार्यालय में दोनों जगह से दस्तावेज आने के बाद मिलान किया गया तो पाया कि सौभन प्रसाद व श्रवण दास दोनों की फोटो अलग-अलग है।
सरपंच की सीट हथियाने का षड्यंत्र
शिकायतकर्ता ने बताया है कि अंजू बाला ने पति अमरीक सिंह, चचेरे ससुर जगत राम, BDPO इंद्री साहब सिंह, चुनाव के समय रिटर्निंग अधिकारी पंकज कुमार व अन्य अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले लोगों के साथ मिलकर गांव की अनुसूचित जाति महिला सरपंच की सीट हथियाने का षड्यंत्र रचकर गांव के लोगों के साथ-साथ राज्य सरकार के साथ धोखाधड़ी की है। उसने डीसी करनाल को शिकायत दी।
ADC की जांच के आधार पर DC करनाल ने बीती दो अगस्त को अंजू बाला को टर्मिनेट कर दिया। शिकायतकर्ता ने बीती 29 मई को एक शिकायत इंद्री थाना में भी दी। लेकिन उस पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इस शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की है और आज आरोपी सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।