यमुनानगर
आयुष्मान योजना के तहत इलाज करने पर पूरी पेमेंट और समय पर पेमेंट न होने पर प्राइवेट अस्पताल संचालक विरोध में उतर आए।
आईएमए के पदाधिकारी डॉ. जेके गुलाटी, डॉ. धीरेंद्र सोनी और डॉ. रिषभ ने इसे लेकर पत्रकारवार्ता की और कहा कि सरकार ने आयुष्मान योजना में बढ़ोतरी नहीं की। 2-3 साल से अस्पतालों के बिल समय पर नहीं दिए जा रहे हैं।
बिना किसी ठोस कारण के मनमानी कटौतियां कर ली जाती हैं। यमुनानगर जिले के करीब 35 अस्पताल आयुष्मान योजना के पैनल पर हैं। उनके करीब 20 से 25 करोड़ रुपए सरकार की तरफ बकाया हैं। समय पर पेमेंट नहीं की जा रही है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार ने नवंबर 2021 में विभिन्न पैकेज की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी थी, लेकिन हरियाणा सरकार ने अब तक भी इन्हें लागू नहीं किया है। प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान भारत योजना में लगभग लागत पर ही काम कर रहे हैं।
दुख की बात है कि उन्हें समय पर भुगतान करने में सरकार असमर्थ है। नियमानुसार भुगतान 15 दिन में हो जाना चाहिए, अगर ज्यादा समय लगे तो ब्याज देना होता है, लेकिन न तो 15 दिन में भुगतान हो रहा है और न ही ब्याज दिया जा रहा है। अगर सरकार ने सिस्टम में सुधार नहीं किया तो प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान में मरीजों का इलाज करना बंद कर देंगे।