हरियाणा में BJP नेता अनिल विज ने कहा कि मैंने खुद परिस्थितियों को देखते हुए मंत्री पद छोड़ा है।
वो परिस्थितियां क्या थी, वह बताने की जरूरत नहीं है। मैंने खुद मंत्री बनना कबूल नहीं किया।
ताकत पद में नहीं, आदमी में होती है। मैं मंत्री भी रहा और विधायक भी, कई बार समय ऐसा भी आया हमारी सरकार भी नहीं थी, लेकिन हमेशा राजनीति में जिंदा रहे और आज भी कोई हमारे काम रोक सके यह किसी में हिम्मत नहीं।
उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि हमारे विकास कार्यों को पूरी रफ्तार से चलाया जाए और किसी ने कोई अड़चन डालने का प्रयास किया तो पुरजोर विरोध किया जाएगा, क्योंकि उनकी गाड़ी में दरी हमेशा रहती है।
वहीं कांग्रेस नेता चित्रा सरवारा ने सवाल उठाए कि विज पिछले साढ़े 9 साल अंबाला कैंट के भ्रष्टाचार में चुप क्यों रहे?। तब उनकी दरी कहां थी।
पूर्व मंत्री अनिल विज गुरुवार शाम को फारूखा खालसा स्कूल में भाजपा के 6 अप्रैल को स्थापना दिवस कार्यक्रम को लेकर वर्कर्स को संबोधित कर रहे थे।
सीएम बदल गया, विज को नहीं बताया
हरियाणा में गृह और स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे कद्दावर मंत्री अनिल विज की नाराजगी की शुरुआत मुख्यमंत्री के बदलाव से शुरू हुई। दरअसल, मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा, इसके बारे में अनिल विज को पता नहीं था। हालांकि खट्टर को इसकी पूरी जानकारी थी। इसी वजह से खट्टर के इस्तीफे के बाद पूर्व गृहमंत्री उन्हीं के साथ ही एक कार में घूमते रहे। इसके बाद भी विज को उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी।
इसके बाद विधायक दल की मीटिंग में नायब सैनी के नेता चुने जाने से वह सरप्राइज रह गए। वह नाराज होकर मीटिंग छोड़कर चले गए।
विज की नाराजगी इस कदर रही कि उन्होंने नायब सैनी के मंत्रिमंडल से भी किनारा कर लिया। उनका नाम सबसे पहले शपथ लेने वाली मंत्री की लिस्ट में था लेकिन वह नहीं माने।
पिछले दिनों CM सैनी अनिल विज के घर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने विज के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
नाराजगी के बाद अंबाला कैंट पहुंचे सीएम नायब सैनी ने अनिल विज के पैर छूकर आशीर्वाद लिया था।
मंत्रिमंडल छोड़ा, बैठकों से भी किनारा, खुद को BJP का भक्त बताया
हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज फिलहाल पार्टी के खिलाफ कुछ नहीं कह रहे। मगर, भाजपा की अंबाला कैंट सीट के अलावा पार्टी एक्टिविटी से दूरी बना चुके हैं। हाल ही में अनिल विज पंचकूला में हुई अंबाला लोकसभा चुनाव की मीटिंग में भी नहीं पहुंचे।
इससे पहले गुरुग्राम में भी चुनाव प्रभारी सतीश पूनिया ने मीटिंग की थी, लेकिन वह वहां भी नहीं पहुंचे थे। विज ने इस पर कहा था कि वे भाजपा के अनन्य भक्त हैं। मीटिंग में न जाने पर विज ने कहा कि मीटिंग में बड़े लोग जाते हैं, मैं तो छोटा सा कार्यकर्ता हूं।
नाराजगी के बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल भी विज से मिले, जहां होली पर एक-दूसरे को टीका लगाया।
चुनाव में बूथ से ज्यादा वोटों से जीत दिलाने वाले होंगे सम्मानित
पूर्व मंत्री ने कहा कि चुनाव में जो अपने बूथ से सबसे ज्यादा वोटों से जिताएगा उसे चुनाव उपरांत सम्मानित किया जाएगा। लोकसभा की 543 सीटों पर नरेंद्र मोदी खड़ा है और हमने नरेंद्र मोदी के चेहरे को देखते हुए वोट लेनी है। हमने सकारात्मक चुनाव लड़ना है। विकास कार्यों के बारे बताने को बहुत कुछ है चाहे वह राष्ट्रीय स्तर को या प्रदेश स्तर, हमने कार्यकाल में ढेरों विकास कार्य करवाए हैं।
सरवारा ने कहा- 3 में से 2 रुपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े
पूर्व मंत्री के दरी वाले बयान पर कांग्रेस नेत्री चित्रा सरवारा ने पलटवार किया है। चित्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब 9 साल 6 माह अंबाला कैंट के हर प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार हो रहा था तब ये दरी कहा थी ? हर 3 रुपए में से 2 रुपए अंबाला कैंट में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए तब ये दरी कहा थी ?