नई दिल्ली7 घंटे पहले
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इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली एलन मस्क की कंपनी टेस्ला इस महीने भारत में एक टीम भेजेगी, जो देश में 2 से 3 बिलियन डॉलर (₹16 हजार करोड़ से ₹25 हजार करोड़) के इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए जगह की तलाश करेगी। ब्रिटेन की फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रिपोर्ट के अनुसार, इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए टीम का ध्यान महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे ऑटोमोटिव हब वाले राज्यों पर होगा। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कुछ व्हीकल मैन्युफैक्चरर्स के प्लांट हरियाणा में भी हैं, लेकिन टेस्ला की फैक्ट्री अन्य तीन राज्यों में होगी। इसकी वजह इन राज्यों की पोर्ट (बंदरगाह) हैं, जहां से कारों का एक्सपोर्ट आसान होगा।
15 मार्च को सरकार ने नई ईवी पॉलिसी को मंजूरी दी थी
टेस्ला के भारत में एंट्री की यह खबर ऐसे समय में आई है जब केंद्र सरकार ने भारत को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने के लिए अपनी नई ईवी पॉलिसी को मंजूरी दे दी है। नई पॉलिसी में कंपनियों को कम से कम ₹4150 करोड़ निवेश का प्रावधान रखा गया है और अधिकतम निवेश पर कोई सीमा नहीं है।
पॉलिसी के अनुसार, विदेशी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को भारत में बिजनेस शुरू करने के तीन साल के अंदर देश में अपनी मैन्युफैक्चरिंग और ईवी का कॉमर्सियल प्रोडक्शन शुरू करना होगा। इस संबंध में मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (MoCI) की ओर से आज (15 मार्च) नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया था।
भारत में बैटरी स्टोरेज फैक्ट्री लगाना चाहते हैं मस्क
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक कार के साथ बैटरी स्टोरेज सिस्टम भी बनाना और बेचना चाहती है। कंपनी ने इसके लिए भारतीय अधिकारियों के पास एक प्रपोजल दिया था।
पिछले साल नवंबर में टेस्ला फैक्ट्री पहुंचे थे पीयूष गोयल
पिछले साल नवंबर में कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कैलिफोर्निया में टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी विजिट की थी। हालांकि, इस दौरान कंपनी के मालिक एलन मस्क मौजूद नहीं थे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X में लिखा था- ‘आपका टेस्ला में आना सम्मान की बात है! आज कैलिफोर्निया नहीं आ पाने के लिए मुझे खेद है, लेकिन मैं फ्यूचर डेट में मीटिंग की आशा रखता हूं।’
पीयूष गोयल ने तस्वीरें शेयर करते हुए X पर लिखा- ‘प्रतिभाशाली भारतीय इंजीनियरों और फाइनेंस प्रोफेशनल्स को सीनियर पोजिशन पर काम करते हुए और टेस्ला की रिमार्केबल जर्नी में योगदान करते हुए देखकर बेहद खुशी हुई।’ गोयल ने कहा- ‘एलन मस्क की मैग्नेटिक प्रेजेंस को मिस किया और मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’
पीयूष गोयल ने टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में कार के बारे में जानकारी ली थी और काम करने वहां वाले भारतीय इंजीनियर्स से मिले थे।
पिछले साल जून में प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे मस्क
पिछले साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्यूयॉर्क में टेस्ला के CEO एलन मस्क ने मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद मस्क ने कहा था- भारत में दुनिया के किसी भी बड़े देश की तुलना में अधिक संभावनाएं हैं। मैं भारत के भविष्य को लेकर उत्साहित हूं। मैं मोदी का फैन हूं। यह एक शानदार मुलाकात थी और मैं उन्हें काफी पसंद करता हूं।
PM मोदी ने भी इस मुलाकात की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा- ‘आज आपसे शानदार मुलाकात हुई एलन मस्क। हमने ऊर्जा से लेकर आध्यात्मिकता तक के इश्यूज पर बातचीत की।’
2022 में टेस्ला और सरकार के बीच नहीं बनी थी बात
- 2022 में टेस्ला ने भारत आने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब कंपनी और सरकार के बीच बात नहीं बन पाई थी। टेस्ला ने सरकार से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी।
- कंपनी चाहती थी कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए, लेकिन सरकार ने कहा था कि दूसरे देशों से इंपोर्ट किए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम करने का कोई भी इरादा नहीं है।
- सरकार ने कहा था कि अगर टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है तो इंपोर्ट पर छूट देने पर विचार किया जाएगा। हालांकि, मस्क चाहते थे कि पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद प्लांट लगाने का विचार किया जाएगा।
- 27 मई 2022 को भी एक ट्वीट में रिप्लाई करते हुए एलन मस्क ने कहा था, ‘टेस्ला ऐसे किसी लोकेशन पर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट नहीं लगाएगी जहां उसे पहले से कारों को बेचने और सर्विस की परमिशन नहीं है।’
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