हरियाणा के बहादुरगढ़ में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी का रविवार (25 फरवरी) को कत्ल हो गया।
उनके साथ फॉर्च्यूनर कार में सवार जयकिशन की भी मौत हो गई। इस डबल मर्डर में 7 लोगों पर लाइनपार थाना में नामजद FIR दर्ज की गई है। इसमें 6 ऐसे लोग शामिल हैं, जिनका नफे सिंह राठी से सीधे संबंध रहे हैं।
एक समय में ये नफे सिंह राठी के सबसे नजदीकी लोगों में भी शुमार रहे, लेकिन करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी से शुरू हुआ विवाद आखिर में खूनी खेल में तब्दील हो गया।
सेक्टर-6 स्थित एसएफसी-041 निवासी राकेश उर्फ संजय (50) की तरफ से दर्ज कराई गई FIR के मुताबिक, पुलिस ने बहादुरगढ़ से BJP के पूर्व MLA नरेश कौशिक, नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी, वर्तमान चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, कर्मबीर का बेटा कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार के अलावा पौत्र गौरव और राहुल पर केस दर्ज किया है।
पूर्व मंत्री मांगेराम और उनका बेटा सतीश, जो नफे सिंह राठी के मर्डर केस में नामजद है।
नफे सिंह राठी के सबसे करीबी रहे कर्मबीर राठी
कर्मबीर राठी 2009 के विधानसभा चुनाव से पहले नफे सिंह राठी के सबसे करीबी लोगों में शुमार रहे हैं। कहा ये भी जाता है कि कर्मबीर राठी को नगर परिषद का चेयरमैन बनाने में भी नफे सिंह राठी का अहम रोल रहा था। कर्मबीर साल 2005 में बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन बने थे, लेकिन इनके बीच बादली रोड पर विकसित की गई एक कॉलोनी को लेकर विवाद शुरू हो गया।
2009 में ये दोनों परिवार अलग हो गए। करीब 2 हजार वर्ग गज की जमीन को लेकर इनके बीच विवाद हमेशा बना रहा। जिसके चलते दोनों पक्षों के बीच काफी बार नोक-झोंक भी हुई। इस प्रॉपर्टी की कीमत आज के समय में करीब 10 करोड़ रुपए के आसपास बताई जाती है।
नफे सिंह राठी के परिवार के मुताबिक, कर्मबीर राठी और उनके परिवार के लोगों की इस कत्ल में अहम भूमिका है। शुरुआती तौर पर पुलिस ने कर्मबीर राठी, भतीजे रमेश राठी, कमल राठी को इस केस में नामजद भी किया है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
पूर्व मंत्री के परिवार से भी प्रॉपर्टी का विवाद
वहीं दूसरी तरफ हरियाणा सरकार में पूर्व मंत्री रहे मांगेराम के परिवार से भी नफे सिंह राठी का विवाद रहा है। एक समय में पूर्व मंत्री मांगेराम के सबसे नजदीकी लोगों में नफे सिंह राठी होते थे। बहादुरगढ़ के ही परनाला रोड पर करोड़ों रुपए की जमीन को लेकर पूर्व मंत्री मांगेराम के परिवार के साथ नफे सिंह राठी का विवाद हो गया है। इस जमीन की कीमत भी करीब 10 करोड़ रुपए बताई जाती है।
इसी विवाद के चलते जनवरी 2023 में पूर्व मंत्री के बेटे जगदीश नंबरदार ने खुदकुशी कर ली थी। इसमें नफे सिंह राठी सहित उनके परिवार के लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस भी दर्ज हुआ था। हालांकि इस केस में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
नफे सिंह की हत्या के बाद परिवार ने पूर्व मंत्री मांगेराम के बेटे सतीश नंबरदार, उनके पौत्र गौरव व राहुल को भी नामजद किया है। ऐसे में इस मर्डर केस में नामजद 6 लोगों का सीधा ताल्लुकात नफे सिंह राठी से रहा है।
बहादुरगढ़ में नफे सिंह राठी की हत्या से पहले बदमाश CCTV कैमरे में सफेद रंग की कार में दिखाई दिए।
हमलावर फरार, कई राज्यों में छापेमारी जारी
दरअसल, पुलिस को शक है कि जिस तरह परफेक्ट प्लानिंग से मर्डर किया गया, उसमें किसी गैंग का हाथ हो सकता है। यह कॉन्ट्रैक्ट (सुपारी) किलिंग भी हो सकती है। इसकी जांच के लिए एक टीम दिल्ली की तिहाड़ जेल में कुछ गैंगस्टरों से पूछताछ करने पहुंची। दूसरे राज्यों में जाकर भी इसकी जांच की जा रही है। नफे सिंह राठी की हत्या से पहले का एक CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें बदमाश सफेद रंग की कार HR-51BV 1480 में दिख रहे हैं। ड्राइवर के बगल वाली सीट पर बैठा हमलावर फोन पर बात करता हुआ दिखाई दे रहा है।